भारतीय सेना की नई वर्दी की क्या है खासियत और इसे किसने तैयार किया?
क्या है खबर?
शनिवार को मनाए गए थलेसना दिवस के दौरान भारतीय सेना की नई वर्दी का अनावरण किया गया था।
पिछले काफी समय से इस पर काम चल रहा था और कई तरह के डिजाइन और कपड़ों को देखने के बाद सेना ने अपनी पसंद की वर्दी का चुनाव कर लिया है।
चरणबद्ध तरीके से सेना के सभी 12 लाख सैनिकों और अधिकारियों को यह वर्दी दी जाएगी।
आइये जानते हैं कि इस वर्दी की क्या खासियत है।
सेना दिवस
नई वर्दी के साथ पैराशूट रेजिमेंट ने किया था मार्च
किसी भी सैन्य बल को उसकी वर्दी बाकियों से अलग करती है। यह सैनिकों को आम नागरिकों से अलग पहचान तो देती ही है। साथ ही यह सैनिकों में एकता और अनुशासन भी बढ़ाती है।
15 जनवरी को सेना की पैराशूट रेजीमेंट ने नई वर्दी के साथ मार्च किया था। बता दें कि सेना ने केवल युद्ध के समय पहनी जाने वाली वर्दी में बदलाव किया है और उसकी बाकी वर्दियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
खासियत
नई वर्दी में क्या खास है?
2008 के बाद सेना ने अब वर्दी में बदलाव किया है। नई वर्दी में जो बदलाव किए गए हैं, वो कैमोफ्लाज, डिजाइन और कपड़े में किए गए हैं।
नए कैमोफ्लाज में पुराने रंग ही शामिल हैं, लेकिन इसे डिजिटल तरीके से तैयार किया गया है।
इसे तैयार करते समय सैनिकों के काम करने की हर स्थिति को ध्यान में रखा गया है।
वर्दी में इस्तेमाल किया गया कपड़ा इसे पहले की तुलना में हल्का और अधिक मजबूत बनाता है।
जानकारी
हर स्थिति के लिए आरामदायक होगी नई वर्दी
सेना की नई वर्दी में 70 बनाम 30 के अनुपात से सूती और पॉलिस्टर का इस्तेमाल किया गया है। यह कपड़ा जल्दी सूखता है और नमी और गर्मी वाली जगहों पर पहनने में ज्यादा आरामदायक होगा।
जानकारी
नई वर्दी को कैसे पहना जाएगा?
नई वर्दी में टीशर्ट के ऊपर एक शर्ट पहनी जाएगी और इसे पैंट के अंदर नहीं डाला जा सकेगा।
इस शर्ट को जैकेट कहा गया है, जिसमें ऊपर और नीचे जेब होगी और पीठ पर चाकू रखने के लिए जगह बनाई गई है। साथ ही इसकी बाईं बाजू पर पेन रखने की जगह और आस्तीन पर जेब होगी।
जैकेट में बेहतर गुणवत्ता वाले बटन इस्तेमाल किए गए हैं। ट्राउजर को एडजेस्टेबल बनाने के लिए बटन और इलास्टिक दिया गया है।
जानकारी
महिला सैनिकों की जरूरतों का भी रखा गया ध्यान
यह पहली बार है जब सेना की वर्दी डिजाइन करते हुए महिला सैनिकों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखा गया है। नई वर्दी की टोपी में भी थोड़ा बदलाव किया गया और अब सेना का लोगो पहले से बेहतर दिखेगा।
जानकारी
NIFT ने तैयार किया है नई वर्दी का डिजाइन
इस वर्दी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) के 12 लोगों की टीम ने तैयार किया है।
टीम में सात प्रोफेसर, तीन छात्र और दो पूर्व छात्र शामिल थे। सेना के कमांडरों की तरफ से इस वर्दी को मंजूरी दी गई है।
बाजार में ऐसी नकली वर्दियां न बनाई जा सके, इसलिए इसमें बारकोड और QR कोड लगा होगा और ये केवल सेना के कैंटीन में ही मिलेंगी। सेना इसके लिए जल्द ही टेंडर जारी करेगी।