कोरोना वायरस: भारत में शुरू हुआ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान
भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन (टीकाकरण) शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की। वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन देश में लगभग 3,000 साइट्स पर लगभग तीन लाख स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। बता दें कि भारत में 3 जनवरी को दो कोरोना वैक्सीनों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी।
इन वैक्सीनों को मिली थी मंजूरी
भारत में 3 जनवरी को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है।' कोविशील्ड' को एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने विकसित किया है, वहीं 'कोवैक्सिन' पूरी तरह स्वदेशी वैक्सीन है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी देश को बधाई
इस मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने देश को बधाई दी और वैक्सीन तैयार करने वाले वैज्ञानिकों की सराहना की। मोदी ने कहा कि आमतौर पर वैक्सीन बनाने में सालों लग जाते हैं, लेकिन इस बार कम समय में दो 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन तैयार हुई है। यह भारत की वैज्ञानिक दक्षता का सबूत है।
लोगों से दोनों खुराकें लेने की अपील
मोदी ने कहा कि जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे सबसे पहले वैक्सीन लगाई जाएगी। स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों के वैक्सीनेशन में आने वाले खर्च को केंद्र सरकार वहन करेगी। मोदी ने यह भी कहा कि राज्यों सरकारों की मदद से वैक्सीनेशन अभियान की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। उन्होंने लोगों से वैक्सीन की दोनों खुराकें लेने की अपील करते हुए कहा कि दूसरी खुराक मिलने के बाद शरीर में एंटीबॉडीज बनना शुरू होंगी।
वैक्सीनेशन के बाद भी नियमों का पालन जरूरी- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने 'दवाई भी, कड़ाई भी' का मंत्र देते हुए लोगों से वैक्सीन लगवाने के बाद भी कोरोना महामारी से बचाव के लिए जरूरी ऐहतियात बरतने की अपील की है। मोदी ने कहा कि भारत के वैक्सीनेशन अभियान के विशालता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई देशों की इतनी आबादी भी नहीं है, जितने लोगों को भारत में वैक्सीन दी जा रही है। शुरुआती दौर में कुल 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
स्वास्थ्यकर्मियों की बात करते-करते भावुक हुए प्रधानमंत्री मोदी
वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों से बचने की जरुरत- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वैज्ञानिकों ने पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही वैक्सीन को मंजूरी दी है। इसलिए वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों से बचकर रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय वैक्सीनें विदेशी वैक्सीनों की तुलना में बेहद सस्ती है और इनका उपयोग भी आसान है। ये वैक्सीन अब भारत को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक जीत दिलाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की रही है।
भारत ने सही फैसले लिए- मोदी
सभी जिलों में हो चुका है पूर्वाभ्यास
सरकार ने वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने के लिए 8 जनवरी को देश के सभी जिलों में पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया था। इस दौरान सभी जिलों में तीन-तीन साइट्स बनाकर वैक्सीन देने की तैयारियों को परखा गया था।
वैकल्पिक होगा वैक्सीन लेना
देश में कोरोना वैक्सीन लेना पूरी तरह व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा और अनिवार्य नहीं होगा। हालांकि, सरकार ने लोगों से वैक्सीन लेने की अपील की है ताकि महामारी पर जल्दी काबू पाया जा सके। वैक्सीन लेने के इच्छुक व्यक्ति को सरकार की तरफ आने वाले दिनों में लॉन्च होने वाले कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद व्यक्ति को एक SMS भेजा जाएगा, जिसमें उस समय और जगह की जानकारी होगी, जहां उसको वैक्सीन दी जाएगी।
देश में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 15,158 नए मामले सामने आए और 175 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,05,42,841 हो गई है। इनमें से 1,52,093 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 2,11,033 हो गई है। अमेरिका के बाद भारत कोरोना से दुनिया का दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।