कोरोना वैक्सीनेशन: देश में स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और बुजुर्गों को बूस्टर खुराक लगना शुरू
कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में तेज वृद्धि के बीच देश में आज से बूस्टर खुराक लगना शुरू हो गया है। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और अन्य किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को ये तीसरी खुराक लगाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है कि बूस्टर खुराक को लगवाने के लिए किसी भी तरह के रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है और पात्र लोग सीधे वैक्सीनेशन केंद्र जाकर इसे लगवा सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने किया था बूस्टर खुराक का ऐलान
बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के कहर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी ने दिसंबर में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर खुराक लगाने का ऐलान किया था। देश के नाम अपने संबोधन में उन्होंने इसे बूस्टर खुराक न कहकर प्रिकॉशन खुराक कहा था। बाद में जारी किए गए नियमों के अनुसार, बूस्टर खुराक दूसरी खुराक के नौ महीने बाद दी जाएगी।
बिना मेडिकल सर्टिफिकेट के तीसरी खुराक लगवा सकेंगे बुजुर्ग
केंद्र सरकार के अनुसार, अन्य बीमारियों से जूझ रहे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक लगवाने के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं दिखाना होगा। सरकार ने कहा है कि वे सर्टिफिकेट के बिना भी तीसरी खुराक लगवा सकेंगे। ऐसे लोगों से बूस्टर खुराक लगवाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करने को कहा गया है। सरकार ने तीसरी खुराक के लिए मिक्स डोज का इस्तेमाल न करने का ऐलान भी किया है।
ओमिक्रॉन वेरिएंट को रोकने में अहम साबित हो सकती है बूस्टर खुराक
गौरतलब है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को रोकने में बूस्टर खुराक को बेहद अहम माना जा रहा है। ये वेरिएंट दो खुराकों से पैदा होने वाली इम्युनिटी को काफी हद तक मात देने में कामयाब रहता है, हालांकि शुरूआती सबूतों में बूस्टर खुराक के इसके खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने के सबूत मिले हैं। इसी कारण दुनियाभर में देश अधिक जोखिम वाले लोगों को बूस्टर लगा रहे हैं और अब इस सूची में भारत भी शामिल हो गया है।
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
देश के वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 1,51,94,05,951 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 29,60,975 खुराकें बीते दिन लगाई गईं। देश में 3 जनवरी से बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया है और 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है। अब तक इस आयु वर्ग के 2.38 करोड़ बच्चों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। उन्हें भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' लगाई जा रही है।
देशभर में मामलों में हो रही तेज वृद्धि
देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि देखने को मिल रही है। जहां दिसंबर के आखिरी सप्ताह में देश में 6,000-8,000 मामले आ रहे थे, वहीं आज लगभग 1.80 लाख लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। महाराष्ट्र में दैनिक मामलों की संख्या 44,000 के आंकड़े को पार कर गई है, वहीं दिल्ली और मुंबई में 20,000 के आसपास मामले आ रहे हैं। तमिलनाडु, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में भी 10,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।