
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग की चेतावनी
क्या है खबर?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
IMD ने रविवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में अगले 5 दिनों तक बारिश होगी, जबकि उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाकों में भी अगले 3 दिनों तक बारिश होने की संभावना है।
इसके अलावा 17 जुलाई से पश्चिमी भारत में भी बारिश होने की उम्मीद है, जबकि पूर्वोत्तर भारत में बारिश में कमी देखने को मिलेगी।
चेतावनी
कई हिस्सों में बारिश के कारण बाढ़ आने का खतरा
विभाग ने भारत के कई हिस्सों में बारिश के कारण नदियों में पानी की बढ़ोतरी के कारण बाढ़ आने का अनुमान भी जताया है।
इनमें हिमाचल प्रदेश में चंबा जिला, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश के कई इलाके शामिल हैं।
IMD ने कहा कि अगले 24 घंटों में बारिश के कारण निचले इलाकों में मिट्टी के बह जाने से बाढ़ का खतरा है।
अनुमान
मध्य और पूर्वी भारत में भी होगी बारिश
IMD के अनुसार, अगले 5 दिनों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत में सक्रिय मानसून की स्थिति बनी रहने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान झारखंड और ओडिशा में भारी वर्षा होने की संभावना है। मध्य प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में 18 जुलाई तक बारिश होगी, जबकि इस समयावधि के दौरान महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भी बारिश होने का अनुमान है।
बारिश
किन और इलाकों में होगी बारिश?
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अगले 4 दिनों के दौरान अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की उम्मीद है। पश्चिमी राजस्थान में 18-19 जुलाई में भी इसी तरह के मौसम की स्थिति देखी जाएगी।
वहीं अगले 2 दिनों के दौरान हरियाणा और चंडीगढ़ में भी भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर के हिस्सों में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा और गरज और बिजली गिरने के साथ काफी व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
तबाही मची
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने मचाई थी तबाही
इस हफ्ते की शुरुआत में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण तबाही मची थी। तेज बारिश और अचानक आई बाढ़ से संबंधित घटनाओं में करीब 100 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हो गए थे। इसके अलावा सैकड़ों घर और वाहन पानी के तेज भाव में बह गए थे।
पहाड़ी रास्तों पर हुए भूस्खलन के कारण रास्ते बंद होने पर हजारों पर्यटक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में फंस गए थे।