दुनिया की 'इंटरनेट शटडाउन कैपिटल' भारत में क्या है इंटरनेट बंद करने की प्रक्रिया?
नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक के कई इलाकों में इंटरनेट बंद किया गया है। यह पहली बार नहीं है जब सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगा रही है। इंटरनेट बंद करने के मामले में भारत दुनिया में सबसे आगे है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर सरकार को इंटरनेट बंद करना होता है तो उसकी क्या प्रक्रिया होती है।
कौन जारी करता है इंटरनेट बंद करने के आदेश?
अगर सरकार को इंटरनेट बंद करना होता है तो केंद्र या राज्य के गृह सचिव इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी करते हैं। यह आदेश जिले के पुलिस अधीक्षक या उससे वरिष्ठ अधिकारियों के जरिए सर्विस प्रोवाइर कंपनियों को भेजा जाता है। साल 2017 से पहले जिलाधिकारी इंटरनेट बंद करने के आदेश जारी कर सकता था। 2017 में कानून में बदलाव किया गया और अब केवल गृह सचिव या उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी यह आदेश जारी कर सकते हैं।
आदेश जारी होने के बाद क्या होता है?
इंटरनेट बंद होने का आदेश जारी होने के अगले दिन इसे संबंधित सरकार के रिव्यू पैनल को भेजना होता है। यह पैनल पांच कामकाजी दिनों में आदेश की समीक्षा करता है। केंद्र सरकार के पैनल में कैबिनेट सचिव, कानून सचिव, टेलीकम्यूनिकेशन सचिव शामिल होते हैं। वहीं राज्य सरकार के पैनल में मुख्य सचिव, कानून सचिव और टेलीकम्यूनिकेशन सचिव और एक अन्य सचिव शामिल होता है। ये पैनल आदेश की समीक्षा करते हैं। इसके बाद इंटरनेट बंद किया जाता है।
आपातकालीन स्थिति में क्या होता है?
अगर कोई आपातकालीन स्थिति होती है तो गृह सचिव द्वारा अधिकृत किए गए अधिकारी इंटरनेट बंद करने के आदेश दे सकते हैं। अगले 24 घंटों के भीतर उन्हें गृह सचिव से इसकी मंजूरी लेनी होती है और इंटरनेट बंद कर दिया जाता है।
छह सालों में 360 बार बंद हुआ इंटरनेट
भारत में पिछले कुछ सालों में इंटरनेट बंद करना चलन सा बन गया है। पिछले छह सालों में लगभग 360 बार इंटरनेट बंद किया गया है। इस साल में अभी 10 दिन बाकी हैं और 95 बार इंटरनेट बंद किया जा चुका है, जो दुनियाभर में बंद हुए इंटरनेट के मामलों का 67% है। जम्मू-कश्मीर में पिछले चार महीनों से ज्यादा समय से इंटरनेट बंद है। इसके कारण भारत को दुनिया की 'इंटरनेट शटडाउन कैपिटल' भी कहा जा रहा है।
दुनिया की 'इंटरनेट शटडाउन कैपिटल' बना भारत
2014 में भारत में छह बार और 2015 में 14 बार इंटरनेट को बंद किया गया। इसके बाद ये संख्या लगातार बढ़ती रही और 2016 में 31, 2017 में 79 और 2018 में 134 बार इंटरनेट को बंद किया गया। इस साल अभी तक 95 बार इंटरनेट को बंद किया जा चुका है। इसके चलते भारत को दुनिया की 'इंटरनेट शटडाउन कैपिटल' भी कहा जा रहा है। बाकी देश इंटरनेट बंद करने के मामले में भारत से बहुत पीछे है।