इस जिले के SP ऑफिस में नहीं आते शिकायतकर्ता, जानिए क्या है वजह
आमतौर पर पुलिस अधीक्षक (SP) का ऑफिस लोगों से भरा रहता है। जिलेभर के लोग अपनी समस्याओं को लेकर SP से मिलने आते हैं, लेकिन कर्नाटक के चिक्काबालपुर जिले के SP ऑफिस में दिनभर में मुश्किल से कुछ ही लोग अपनी शिकायत लेकर आते हैं। आप सोच रहे होंगे कि यह अच्छी खबर है कि लोगों की शिकायतें नहीं हैं, लेकिन यहां बात दूसरी है। आइये, जानते हैं कि क्यों इलाके के लोग SP ऑफिस में नहीं आते।
शहर से पांच किलोमीटर दूर स्थित है SP ऑफिस
बेंगलुरू से सटे इस जिले में SP ऑफिस आबादी वाले इलाके से इतना दूर बनाया गया है कि बहुत कम लोग ही यहां आ पाते हैं। अकसर SP ऑफिस जिला मुख्यालय में स्थित होता है। यहां दूसरे सरकारी विभागों के कार्यालय भी होते हैं और यहां आने-जाने के लिए अच्छी सड़क और वाहनों का इंतजाम होता है। चिक्काबालपुर के SP ऑफिस के साथ ऐसा कुछ भी नहीं है। यह शहर की मुख्य सड़क से पांच किलोमीटर दूर स्थित है।
शहर से जाने के लिए नहीं है साधन
पिछले कुछ सालों से अपनी शिकायतें लेकर SP ऑफिस पहुंचने वाले लोगों की संख्या बेहद कम हो गई है। यहां पहुंचने के लिए लोगों को शहर के बाहर जाकर एक गांव से दूसरा रास्ता लेना होता है। यह रास्ता एक सिंगल लेन सड़क है और इस पर पांच किलोमीटर चलने के बाद SP ऑफिस पहुंचा जाता है। शहर से यहां तक आने के लिए ऑटो का एक तरफ का किराया 100 रुपये है और ऑटो मिलना काफी मुश्किल है।
SP ऑफिस जाने से बचते हैं लोग
अधिकतर ग्रामीण आबादी वाले इस जिले में SP ऑफिस तक पहुंचने के लिए लोगों को अपने वाहन का इंतजाम करना होता है। गरीब आबादी होने के कारण लोग ऑटो से आने-जाने का किराया वहन नहीं कर पाते, इसलिए वो ऑफिस में जाने से बचते हैं।
ये है लोगों की प्रतिक्रिया
एक स्थानीय नागरिक सुधाकर ने इंडिया टूडे को बताया, "हमें यहां रहते हुए 13 साल हो गए। शहर में जिलाधिकारी का ऑफिस है, लेकिन SP ऑफिस बहुत दूर है।" उन्होंने बताया, "अगर हमें SP से मिलना हो तो भारी-भरकम किराये वाला ऑटो पर लेना होगा। कई बार ऑटो मिलता भी नहीं है। हम जैसे गरीब लोग ऑफिस जा नहीं पाते। हम शहर में पुलिस अधिकारियों से मिल सकते हैं, लेकिन SP से नहीं मिल सकते।"