10 लाख करोड़ रुपये पूंजी वाली पहली भारतीय कंपनी बनी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज
क्या है खबर?
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) गुरूवार को 10 लाख करोड़ रुपये की पूंजी वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई।
कंपनी के शेयरों की कीमत में वृद्धि के कारण रिलायंस की पूंजी में ये उछाल आया है।
गुरुवार सुबह कंपनी के शेयरों की कीमत रिकॉर्ड 1,581 रुपये पर पहुंच गई जो बुधवार के मुकाबले 0.73 प्रतिशत ज्यादा है।
बता दें कि इस साल कंपनी के शेयरों की कीमत में अब तक 40 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।
तरक्की
एक महीने में कंपनी ने जोड़े एक लाख करोड़ रुपये
बता दें कि RIL आठ लाख करोड़ रुपये की पूंजी का आंकड़ा छूने वाली पहली भारतीय कंपनी भी रह चुकी है। अगस्त 2018 में उसने ये मुकाम छुआ था।
इसके बाद पिछले महीने अक्टूबर में कंपनी की पूंजी नौ लाख करोड़ रुपये से ऊपर चली गई।
अब एक महीने से कम समय के अंदर ही कंपनी ने अपनी पूंजी में एक लाख करोड़ रुपये जोड़े हैं और 10 लाख करोड़ रुपये की पूंजी वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है।
जानकारी
RIL के बाद आता है इन कंपनियों का नंबर
RIL के बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) दूसरी सबसे अधिक पूंजी वाली भारतीय कंपनी है। TCS की कुल पूंजी 7.80 लाख करोड़ रुपये हैं। इसके बाद HDFC बैंक (6.96 लाख करोड़ रुपये) और हिंदुस्तान यूनिलिवर (4.49 लाख करोड़ रुपये) का नंबर आता है।
कारण
इस कारण हो रहा RIL के शेयरों की कीमत में उछाल
RIL के शेयरों की कीमत में उछाल और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी का एक अहम कारण मुकेश अंबानी की 18 महीने के अंदर कंपनी का कुल कर्ज जीरो करने की घोषणा है।
इसके लिए RIL के तेल के व्यापार का एक हिस्सा सऊदी अरब की कंपनी अरामको को बेचने जैसे बड़े कदम उठाए गए हैं।
बता दें कि गुजरात के जामनगर में RIL दुनिया की सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी चलाती है जहां कच्चे तेल को ईधन में बदला जाता है।
जियो टैरिफ
जियो के टैरिफों की कीमत बढ़ने से भी निवेशक उत्साहित
इसके अलावा अगले महीने से रिलायंस जियो के टैरिफों की कीमत में भी वृद्धि होने जा रही है।
इसकी वजह से भी निवेशक कंपनी की ओर आकर्षित हुए हैं और इससे कंपनी के शेयरों की कीमत में उछाल देखने को मिला है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अरामको से अगले साल मिलने वाले 1.1 ट्रिलियन रुपये की मदद से RIL आसानी से 18 महीने के अंदर जीरो कर्ज के अपने लक्ष्य को हासिल कर सकती है।
रिपोर्ट
अगले दो साल में 200 बिलियन डॉलर की कंपनी बन सकती है RIL
बता दें कि पिछले महीने ही अपनी एक रिपोर्ट में बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच ने कहा था कि RIL अगले दो सालों के अंदर 200 बिलियन डॉलर की पूंजी वाली पहली भारतीय कंपनी बन सकती है। अभी उसकी कीमत 140 बिलियन डॉलर है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस लक्ष्य को हासिल करने में RIL का खुदरा बाजार में पकड़ बनाना, माइक्रोसॉफ्ट के साथ SME सेक्टर में उतरना और जियो फाइबर ब्रॉडबैंड की भूमिका अहम रहने वाली है।
जानकारी
अलीबाबा और अमेजन के रास्ते पर जा रही है RIL
वहीं स्विस इन्वेस्टमेंट बैंकिग कंपनी UBS के अनुसार, अब तक तेल और टेलीकॉम के व्यापार पर निर्भर रही RIL धीरे-धीरे अमेरिका की अमेजन, वॉलमार्ट और चीन की अलीबाबा की तरह उपभोक्ता आधारित कंपनी बनने की तरफ आगे बढ़ रही है।