उत्तर प्रदेश: शादी में नाचना बंद करने पर मारी महिला डांसर को गोली, वीडियो वायरल
अपराधियों के मन में कानून का कितना डर है, इसका उदाहरण पेश करते कई मामले रोजाना हमारे सामने आते हैं जिनमें लोग जघन्य अपराधों को अंजाम देने से पहले एक बार सोचते तक नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक व्यक्ति ने शादी में एक महिला को सिर्फ इसलिए गोली मार दी क्योंकि उसने नाचना बंद कर दिया था। महिला डांस ग्रुप का हिस्सा थी और गोली उसके चेहरे पर लगी।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा घटना का वीडियो
घटना का एक वीडियो का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक शादी के इस वीडियो में पीड़ित महिला को अपनी एक साथी के साथ स्टेज पर खड़े देखा जा सकता है। जब वो नाचना बंद कर देती है तो एक व्यक्ति उससे कहता है, "गोली चल जाएगी।" इस दौरान एक दूसरा व्यक्ति कहता है, "सुधीर भईया, आप गोली चला ही दो।" इसके बाद आरोपी पीड़िता पर गोली चला देता है जो उसके चेहरे पर लगती है।
देखें घटना का वायरल वीडियो
ग्राम प्रधान के परिवार के सदस्य पर गोली चलाने का आरोप
खबरों के अनुसार, वीडियो एक दिसंबर को चित्रकूट के एक गांव में हुई शादी का है। इस शादी में ग्राम प्रधान भी मौजूद था और उसके परिवार के एक सदस्य पर ही महिला पर गोली चलाने का आरोप है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला को गोली लगने के बाद वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह जाते हैं। पीड़िता का कानपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
पुलिस ने "अज्ञात" लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस
पुलिस ने मामले में "अज्ञात" लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अंकित मित्तल ने बताया, 'हम आरोपी को गिरफ्तार करने और उसे न्याय के कटघरे में लाने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।"
घटना ने दिलाई जेसिका लाल हत्याकांड की याद
उत्तर प्रदेश की ये घटना जेसिका लाल हत्याकांड की याद दिलाती है। 29 अप्रैल, 1999 की रात दिल्ली के टैमरिंड कोर्ट रेस्टोरेंट में हुई इस घटना में मनु शर्मा ने मॉडल जेसिका लाल की सिर्फ इस बात के लिए गोली मारकर हत्या कर दी थी क्योंकि उसने उसे एक गिलास शराब देने से इनकार कर दिया था। घटना के बाद मनु के हरियाणा कांग्रेस के कद्दावर नेता विनोद शर्मा का बेटा होने की बात सामने आई।
राजनीतिक प्रभुत्व का इस्तेमाल कर बच निकला था मनु
मामले में राजनीतिक प्रभुत्व का इस्तेमाल करते हुए जांच कोे प्रभावित किया गया और मुख्य गवाह समेत कई गवाह अपने बयान से मुकर गए। फरवरी 2006 में कोर्ट को सभी आरोपियों को सबूतों के अभाव में छोड़ना पड़ा। लेकिन इसके बाद ये मुद्दा राष्ट्रीय सुर्खियों में आ गया और देशभर में जेसिका के लिए इंसाफ की मांग के बीच मामला फिर से खोला गया। दिसंबर 2006 में दिल्ली हाई कोर्ट ने मनु को उम्रकैद की सजा सुनाई।