भारत में इस साल भ्रष्टाचार में आई 10% की कमी, 51% लोग देते हैं रिश्वत- सर्वे
एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2018-2019 के बीच भारत में भ्रष्टाचार में 10 प्रतिशत की कमी आई है। इस दौरान रिश्वत देने वाले लोगों की संख्या 2018 में 58 प्रतिशत से घटकर इस साल 51 प्रतिशत पर आ गई। हालांकि इन दोनों ही सालों का आंकड़ा 2017 से ज्यादा है। 2017 में 45 प्रतिशत लोगों ने रिश्वत दी थी। रिपोर्ट के अनुसार, संपत्ति के पंजीकरण और जमीन से संबंधित मामलों में रिश्वत देने के सबसे अधिक मामले सामने आए।
20 राज्यों में किया गया सर्वे
एक स्वतंत्र संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया (TII) ने 'इंडिया करप्शन सर्वे 2019' के नाम से जारी अपनी रिपोर्ट में ये आंकड़े पेश किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 2018 से 2019 के बीच भारत के 20 राज्यों में भ्रष्टाचार में 10 प्रतिशत की कमी आई। इस दौरान दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, पश्चिम बंगाल, केरल, गोवा और ओडिशा में भ्रष्टाचार के मामले घटे, वहीं राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, झारखंड और पंजाब में इनमें वृद्धि देखने को मिली।
लोगों ने कहा, दवाब और अक्षमता के कारण दी रिश्वत
इस सर्वे में देशभर के 248 जिलों के 1,90,000 लोगों ने हिस्सा लिया था, जिनके जवाबों के आधार पर ये रिपोर्ट तैयार की गई है। इसके अनुसार, लोगों ने संपत्ति के पंजीकरण और जमीन से संबंधित मामलों में सबसे ज्यादा रिश्वत दी। इसके बाद पुलिस, नगर निगम, बिजली विभाग, परिवहन कार्यालय, कर और जल विभाग से संबंधित मामले आते हैं। सरकारी कार्यालयों में रिश्वत देने वाले ज्यादातर लोगों का कहना है कि उन्होंने दबाव और अक्षमताओं के कारण रिश्वत दी।
कितने प्रतिशत लोगों ने क्या कहा?
सर्वे में 38 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उनके काम को कराने के लिए रिश्वत ही एकमात्र रास्ता बचा था। जबकि 26 प्रतिशत ने कहा कि उन्होंने रिश्वत इसलिए दी क्योंकि अगर वो ऐसा नहीं करते तो उनका काम होने में बहुत समय लगता।
CCTV कैमरों के बावजूद कम नहीं हुए सरकारी कार्यालयों में रिश्वत के मामले
रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि CCTV कैमरों और कंप्यूटरीकरण के बावजूद सरकारी कार्यालयों में रिश्वत के मामले कम नहीं हुए हैं। जिन लोगों ने सर्वे में हिस्सा लिया उनमें से 16 प्रतिशत ने ऐसे सरकारी कार्यालयों में रिश्वत दी जो पूरी तरह कंप्यूटरीकृत थे और उनके चालू हालत में CCTV कैमरे लगे हुए थे। 2018 के मुकाबले इस आंकड़े में वृद्धि हुई है। तब ये आंकड़ा 13 प्रतिशत था।
35 प्रतिशत लोगों ने दी कैश में रिश्वत
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि 35 प्रतिशत लोगों ने कैश में रिश्वत दी। 30 प्रतिशत लोगों ने किसी बिचौलिए के जरिए और छह प्रतिशत लोगों ने गिफ्ट के जरिए रिश्वत दी। बाकी 37 प्रतिशत लोगों का काम बिना रिश्वत दिए हो गया।