अयोध्या: राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए क्या-क्या तैयारियां की गई हैं?
क्या है खबर?
अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन बुधवार को होगा। इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
अयोध्या सहित पूरा देश राम मंदिर की नींव रखे जाने का इंतजार कर रहा है। कार्यक्रम में बुलाए गए अतिथियों को अयोध्या पहुंचना शुरू भी हो गया है।
कोरोना महामारी के कारण इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कुल 170-180 लोगों को आमंत्रित किया गया है।
आइए जानें कैसी हैं आयोजन की तैयारियां।
शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी चांदी की ईंटों से करेंगे मदिर का शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब 12 बजे जन्मभूमि स्थल पर पहुंचेंगे और 12:30 बजे मुख्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। मंदिर की पहली ईंट वही रखेंगे।
भूमि पूजन के लिए 2,000 पावन तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का पावन जल मंगाया गया है।
शिलान्यास में प्रतीक के रूप में जन्मभूमि तीरथक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की ओर से दान की गई 40 किलो चांदी की ईंटों का इस्तेमाल किया जाएगा।
जानकारी
अतिथियों के बीच रखी जाएगी छह फीट की दूरी
कोरोना वायरस के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं कि सभी उपस्थित लोग एक दूसरे से छह फीट की दूरी पर बैठेंगे। मुख्य मंच पर केवल प्रधानमंत्री मोदी, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पांच लोग ही बैठेंगे।
शुरुआत
रामार्चा पूजा से हुई भूमि पूजन कार्यक्रम की शुरुआत
भूमि पूजन से एक दिन पहले मंगलवार सुबह को 'रामार्चा' पूजा के साथ भूमि पूजन कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है।
रामार्चा पूजा जिसमें राम कथा और राम धुन का पाठ शामिल है, की अगुवाई वाराणसी और अयोध्या के 11 पुजारी कर रहे हैं।
राम जन्मभूमि परिसर में लगातार पूजा जारी रहेगी। हनुमान गढ़ी मंदिर में भगवान हनुमान के पताका (ध्वज) की विशेष पूजा भी की जा रही है। बुधवार को सभी मंदिरों में रामायण के अखंड पाठ होंगे।
स्वरूप
बनने के बाद ऐसा दिखेगा राम मंदिर
भूमि पूजन से पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंगलवार शाम को प्रस्तावित मंदिर की कुछ तस्वीरें टि्वटर पर साझा कर दी।
तस्वीरें साझ़ा करने के साथ ट्रस्ट ने लिखा, 'श्री राम जन्मभूमि मंदिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा। मंदिर भव्यता और दिव्यता की अद्वितीय कृति के रूप में विश्व पटल पर उभरेगा।'
मंदिर की ऊंचाई 161 फीट होगी और गर्भगृह के पास पांच गुबंद होंगे। इसके निर्माण में करीब साढ़े तीन साल लगेंगे।
सजावट
अयोध्या नगरी को 400 क्विंटल फूलों से सजाया
राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर पूरी अयोध्या नगरी को करीब 400 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। इसके लिए देश के साथ विदेश से भी फूल मंगवाए गए हैं।
बेंगलुरु से नीले 'अपराजिता' (विष्णुकांता) फूल, कोलकाता से नारंगी और लाल रंग के डबल-टोंड गेंदा फूल तथा थाइलैंड से ऑर्किड फूल मंगवाए गए हैं।
भूमि पूजन स्थल और अन्य मंदिरों को सजाने के लिए लगभग 600 किलो गुलाब, 240 किलो गेरबेरा और 300 किलो कार्नेशन मंगवाए गए हैं।
जानकारी
पूरे शहर में 50 जगहों पर बनाई जाएगी फूलों की रंगोली
कार्यक्रम को लेकर शहर में करीब 50 जगहों पर फैजाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा रंगोलियां बनाई जाएगी। इसी तरह शहर को ज्ञान और शुभता का प्रतीक बनाने के लिए पीले रंग से रंगवाया गया है। मुख्य रास्तों को रंग-बिरंगी लाइटों से रोशन किया गया है।
राम की पौड़ी
राम की पौड़ी पर की गई है विशेष सजावट
सरयू नदी पर राम की पौड़ी घाट (नदी के किनारे) को भूमि पूजन के लिए रंगीन रोशनी और रंगोली से सजाया गया है।
राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी और फैजाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र तथा वाणी विकलांग सेवा संस्थान सहित कई गैर-सरकारी संगठनों के स्वयंसेवकों ने राम की पौड़ी को रंगोली से सजाया है।
इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए बुधवार शाम को को घाट पर लगभग एक लाख दीपक जलाए जाएंगे। इसके अलावा घरों में दीपक जलाए जाएंगे।
प्रसाद
वितरण के लिए तैयार किए गए हैं 1.11 लाख लड्डू
भूमि पूजन के बाद लोगों को मिठाई वितरित करने के लिए 1.11 लाख लड्डू तैयार कराए गए हैं। इन्हें बनाने के लिए पूरी तरह से कोरोना वायरस गाइड लाइन का पालन किया गया है।
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने बुधवार के लिए एक लाख पैकेट बीकानेरी लड्डू का ऑर्डर दिया है। ट्रस्ट इन लड्डुओं को नई दिल्ली में सभी दूतावासों को भी भेजेगा।
अयोध्या में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट रैंक के एक अधिकारी को लड्डू वितरण का प्रभारी बनाया गया है।
प्रसारण
यहां देखा जा सकता है भूमि पूजन का लाइव प्रसारण
देश भर से बड़ी संख्या में लोग इस ऐतिहासिक पल को सीधे देखना चाहते हैं। इसलिए इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। दूरदर्शन नेटवर्क इस मेगा इवेंट को विशेष रूप से कवर करेगा।
प्रसार भारती ने ट्वीट कर बताया कि डीडी न्यूज लाइव और डीडी इंडिया लाइव पर 5 अगस्त को सुबह से कार्यक्रमों का कवरेज किया जाएगा।
वहीं 4 अगस्त की शाम को दीपोत्सव और सरयू नदी के तट पर होने वाले विशेष कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा।