कोरोना वायरस के कारण उत्तर प्रदेश में पान मसाले पर लगा प्रतिबंध
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए 21 दिन के लॉकडाउन के पहले दिन उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में पान मसाले के निर्माण, वितरण और बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया। सरकार का कहना है कि पान मसाला थूकने से कोरोना वायरस फैलने की संभावना रहती है और इसी कारण ये प्रतिबंध लगाया गया है। राज्य में गुटखा पर एक अप्रैल, 2013 से ही प्रतिबंध है।
आदेश का उल्लंघन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा कमिश्नर मिनिस्थी एस ने अपने आदेश में कहा है, "पान मसाले के निर्माण, ब्रिक्री और भंडारण पर अगले आदेश तक रोक लगाई जाती है।" इसमें कहा गया है कि पान मसाला थूकने से कोरोना वायरस फैल सकता है, इसलिए जो इस आदेश का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कल राज्य के अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव अविनाश अवस्थी ने कहा था कि इंसान की लार और थूक में भी कोरोना वायरस सक्रिय रहता है।
मार्च, 2017 में सरकारी कार्यालयों में पान मसाले पर लगाया था प्रतिबंध
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ मार्च, 2017 में मुख्यमंत्री बनने के ठीक बाद सभी सरकारी कार्यालयों में पान मसाले के उपयोग पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। सरकारी कार्यालयों के दौरे के समय दीवारों पर पान के धब्बे देखने के बाद उन्होंने ये आदेश दिया था।
लोगों में अफरा-तफरी पर बोले योगी- राज्य के पास जरूरी सामानों का पर्याप्त भंडार
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से ये आदेश ऐसे समय पर जारी किया गया है जब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश को 21 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान लोगों में आटा, सब्जी और दूध जैसे जरूरी सामानों को लेकर अफरा-तफरी देखी जा रही है। इस बीच आदित्यनाथ ने लोगों को आश्वासन दिया है कि राज्य के पास जरूरी सामानों का पर्याप्त भंडार मौजूद है।
जरूरी सामानों की होम डिलीवरी करेगी सरकार- आदित्यनाथ
आदित्यनाथ ने ये भी कहा था कि लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार सब्जी, दूध, फल, दवाईयों और अन्य जरूरी सामानों की होम डिलीवरी करेगी। इसके लिए 10,000 से अधिक वाहनों की पहचान की गई है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 37 मामले, 11 हुए ठीक
उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के 37 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 11 को सफल इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। राज्य सरकार ने कोरोना के मरीजों के लिए 2800 से अधिक आइसोलेशन बेड तैयार होने की बात कही है और इसे जल्द ही बढ़ाकर 11,000 किए जाने की तैयारी की जा रही है। अगर टेस्टिंग की बात करें तो राज्य में छह जगहों पर कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है।
भारत में 606 मामले, 10 की मौत
अगर पूरे भारत की बात करें तो देश में अब तक कोरोना वायरस के 606 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 10 लोगों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक तीन लोगों की मौत हुई है। वहीं दिल्ली, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और पश्चिम बंगाल में एक-एक शख्स की मौत हुई है। महाराष्ट्र और केरल दो ऐसे राज्य हैं जहां 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।