NEET मामला: जले हुए प्रश्न पत्र से स्कूल प्रधानाचार्य तक कैसे पहुंची CBI?
क्या है खबर?
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET) के पेपर लीक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने झारखंड के हजारीबाग में एक स्कूल के प्रधानाचार्य और उप-प्रधानाचार्य समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य एहसान उल हक को NEET-UG परीक्षा के लिए हजारीबाग शहर का संयोजक बनाया गया था।
उप प्रधानाचार्य इम्तियाज आलम को ओएसिस स्कूल में NEET सेंटर के संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
आइए जानते हैं CBI इन तक कैसे पहुंची।
प्रश्न पत्र
प्रश्न पत्र के सीरियल नंबर से मिला लिंक
दरअसल, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOW) को पटना में NEET की एक आंशिक रूप से जला हुई प्रश्न पत्र बरामद हुआ था।
इसका सीरियल नंबर 6136488 था, जिसे ओएसिस स्कूल के NEET परीक्षा केंद्र को आवंटित किया गया था।
जब CBI ने जांच अपने हाथ में ली तो EOW से मिले सबूतों से ही जांच को आगे बढ़ाते हुए हजारीबाग पहुंच गई। यहां प्रश्न पत्र को केंद्र तक ले जाने के दौरान गड़बड़ी का पता चला।
पूछताछ
स्कूल प्रधानाचार्य से 60 घंटे तक हुई पूछताछ
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, CBI को कुछ डिजिटल साक्ष्य मिले, जो मामले में हक की संलिप्तता की ओर इशारा कर रहे थे।
इसके बाद CBI ने हक को हिरासत में लिया और चरही स्थित एक गेस्ट हाउस में 60 घंटे तक पूछताछ की।
हालांकि, इस दौरान वो कुछ स्वीकार करने को तैयार नहीं था। इसके बाद CBI ने रणनीति बदलते हुए एक ही सवाल अलग-अलग तरीके से पूछा और डिजिटल साक्ष्य पेश किए तो वो स्तब्ध रह गया।
आरोपी
तीनों आरोपियों से एक साथ की पूछताछ
CBI ने हजारीबाग से पत्रकार मोहम्मद जमालुद्दीन को भी गिरफ्तार किया है। वह NEET परीक्षा से पहले लगातार हक के संपर्क में था।
इसके बाद CBI ने हक, जमालुद्दीन और उप-प्रधानाचार्य मोहम्मद इम्तियाज आलम से एक साथ पूछताछ की।
CBI हक को रामगढ़ के पास रांची-पटना राजमार्ग पर 2 स्थानों पर भी ले गई। CBI को पता चला था कि 3 मई को जब जब प्रश्नपत्र रांची से हजारीबाग ले जाए जा रहे थे, तब हक यहीं पर था।
जेल
पटना में जेल में बंद आरोपियों से भी पूछताछ
CBI ने पटना के बेउर जेल में बंद 16 आरोपितों से भी गहन पूछताछ की है। इस मामले में गिरफ्तार मनीष प्रकाश, आशुतोष, चिंटू और मुकेश को CBI ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है।
पेपर लीक मामले में CBI ने अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और गुजरात बिहार समेत कई जगहों पर छापे मारे हैं। हालांकि, बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी अभी भी CBI की पहुंच से दूर है।
विवाद
NEET-UG को लेकर क्या है पूरा विवाद?
NEET-UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद किए गए थे।
जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में से 720 अंक आए थे।
इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसकी अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।