केंद्र सरकार ने बढ़ाया कई फसलों का MSP, धान के दाम प्रति क्विंटल 143 रुपये बढ़े
खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने के प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। सरकार ने मूंग दाल के MSP में सबसे ज्यादा 10 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अरहर दाल, मूंग दाल, बाजरा, धान, मक्का और उड़द दाल समेत कई फसलों का MSP बढ़ाया गया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने फैसले के बाद मीडिया को बताया कि सरकार ने किसानों के हित में यह फैसला लिया है।
इन फसलों का बढ़ा MSP
अरहर दाल का MSP 400 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। अब अरहर दाल का MSP 7,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। उड़द दाल का MSP 350 रुपये प्रति क्विंटल, मक्के का MSP 128 रुपये प्रति क्विंटल, धान का MSP 143 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की मंजूरी मिली है। इसके अलावा बाजरे के MSP में 150, रागी के MSP में 268, मूंग दाल के MSP में 803 और मूंगफली के MSP में 527 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।
कपास की MSP में बढ़ा इजाफा
ज्वार, रागी, सूरजमुखी, सोयाबीन, तिल और कपास के MSP में भी 6 से 10 फीसदी का इजाफा किया गया है। मीडियम स्टेपल कपास का MSP 8.9 फीसदी बढ़ाकर 6620 रुपये किया गया है, वहीं लॉन्ग स्टेपल कपास के MSP में 10 फीसदी की वृद्धि की गई है। मीडियम स्टेपल कपास का MSP अब 6,620 रुपये प्रति क्विंटल और लॉन्ग स्टेपल कपास का MSP 7,020 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
CACP ने की थी MSP बढ़ाने की सिफारिश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमीशन ऑफ एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइस (CACP) ने धान, रागी, मक्का, अरहर, मूंग और उड़द के MSP में बढ़ोतरी करने की सिफारिश सरकार से की थी। इसके बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुए कैबिनेट की बैठक में 2023-24 के लिए खरीफ फसलों के MSP में बढ़ोतरी की सिफारिश पर मुहर लगा दी गई। बाद में केंद्रीय मंत्री गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी।
इससे पहले बढ़ाया गया था 6 रबी फसलों का MSP
इससे पहले केंद्र सरकार ने 6 रबी फसलों के MSP में बढ़ोतरी की थी। तब गेहूं का MSP 110 रुपये बढ़ाकर 2,125 रुपये प्रति क्विंटल, जौ का MSP 100 रुपये बढ़ाकर 1,735 रुपये प्रति क्विंटल, चने का MSP 105 रुपये बढ़ाकर 5,335 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर का MSP 500 रुपये बढ़ाकर 6,000 रुपये प्रति क्विंटल, सरसों का MSP 400 रुपये बढ़ाकर 5,450 रुपये प्रति क्विंटल और सूरजमुखी का MSP 209 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया था।
क्या होता है MSP?
सरकार किसानों की फसल के लिए एक न्यूनतम मूल्य निर्धारित करती है, जिसे MSP कहा जाता है। यह एक तरह से सरकार की तरफ से गारंटी होती है कि किसान को हर हाल में उसकी फसल के लिए इतने कीमत जरूर मिलेगी। अगर मंडियों में किसान को MSP या उससे ज्यादा पैसे नहीं मिलते तो सरकार किसानों से उनकी फसल MSP पर खरीदती है। इससे बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का किसानों पर असर नहीं पड़ता।