बेंगलुरू में जलभराव के बीच करंट से युवती की मौत, कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में रविवार रात आई बारिश के बाद शहर के हालत बिगड़े हुए हैं। कई इलाके जलमग्न है और लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ रही है। जलभराव ने पूरे शहर को जाम करके रख दिया है। इसी तरह बारिश के बाद भरे पानी में सोमवार रात को गिरने के बाद करंट लगने से एक स्कूटी सवार युवती की मौत हो गई। इसको लेकर लोग सोशल मीडिया पर प्रशासन के खिलाफ रोष जाहिर कर रहे हैं।
बेंगलुरू के किन इलाकों में भरा हुआ है पानी
भारी बारिश के कारण बेंगलुरू के आउटर रिंग रोड, वाइटफील्ड, इंदिरानगर, केंगेरी, आरआर नगर, बोम्मनहल्ली, मराठल्ली, महादेवपुरा और IT कॉरिडोर जैसे इलाकों में पानी भरा हुआ है। वरथुर में बालगेरे-पनाथुर रोड की हालत सबसे अधिक खराब है। लोगों को कार्यालय और कंपनियों में जाने के लिए क्रेन और ट्रैक्टरों की मदद लेनी पड़ रही है। महादेवपुरा में 30 से अधिक अपार्टमेंट, कॉम्प्लेक्स पानी से घिरे हुए हैं। इसी तरह अधिकतर इलाकों में ट्रैफिक जाम है।
व्हाइटफील्ड इलाके में करंट लगने से युवती की मौत
व्हाइटफील्ड इलाके में स्कूटी से गिरने के बाद करंट लगने से मयूरा बेकरी निवासी अखिला (23) की मौत हो गई। वह रात को ऑफिस से स्कूटी पर सवार होकर मयूरा बेकरी आई थी, लेकिन वहां घुटनों तक पानी भरा होने से स्कूटी सहित गिर गई। इस दौरान उसने संभलने के लिए पास लगे बिजली के खंभे को पकड़ लिया। इससे करंट लगने से उसकी मौत हो गई। परिजनों ने घटना के लिए निगम और बिजली कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है।
घटना को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर जताया रोष
करंट से युवती की मौत की सूचना पर लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर रोष जताया है। लोगों का कहना है कि आईटी हब में बारिश के कारण पहली मौत हुई है। इसके लिए नगर निगम और बिजली कंपनी के अधिकारी जिम्मेदार हैं। निगम की लापरवाही के कारण पानी निकास के रास्ते जाम हो गए और निचले इलाकों में पानी भर गया। लोगों का कहना है कि उन्हें आवागमन के लिए ट्रैक्टर और नावों का सहारा लेना पड़ रहा है।
कई इलाकों में बिजली और जलापूर्ति बाधित
भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली कटौती और जलापूर्ति बाधित होने की खबरें हैं। मांड्या के पंपहाउस में पानी भरने उससे जुड़े इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं हो पाई है। लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। इसी तरह बारिश से 430 घर पूरी तरह और 2,188 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा करीब 225 किलोमीटर लंबी सड़कें, पुल, पुलिया और बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
नगर निगम ने की 500 अतिक्रमणों की पहचान
इधर, नगर निगम ने पानी निकासी को ठीक करने के लिए शहर में 500 अतिक्रमणों की पहचान की है और उन्हें ध्वस्त करने की योजना तैयार की है। इसके लिए सरकार से 300 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित कर दिया है।
सरकार ने पानी निकासी के लिए आवंटित किया 1,500 करोड़ का बजट
शहर के बिगड़े हालातों को देखते हुए सरकार ने पानी निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इसी तरह बिजली कंपनी के अधिकारियों को आपूर्ति सुचारू करने और टैंकरों के जरिए पेयजल आपूर्ति करने करने के निर्देश दिए हैं। इधर, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शहर के हालातों के लिए JDS-कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने पिछली सरकार पर निर्माण की अवैध अनुमति देने का आरोप लगाया है।
मौसम विभाग ने जारी की 9 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी
इधर, मौसम विभाग ने कर्नाटक में 9 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बेंगलुरू और राज्य के तटीय हिस्सों में झमाझम बारिश के आसार हैं। इसी तरह राज्य के शिवमोगा, उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, कोडगु, चिक्कमगलुरु और उडुपी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसको देखते हुए अब सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है। बारिश से प्रभावित होने वाले इलाकों में राज्य आपदा राहत बलों की तैनाती की जा रही है।
स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित
कर्नाटक सरकार ने प्रमुख इलाकों में बारिश का पानी भरा होने को देखते हुए प्रभावित इलाकों के सभी स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने और सुरक्षित स्थानों पर बने रहने को कहा है।