बेंगलुरू: स्कूल के बच्चों को पेड़ से बांधकर धूम्रपान के लिए मजबूर किया, 6 गिरफ्तार
क्या है खबर?
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में बच्चों की प्रताड़ना का बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
वहां के एक सरकारी स्कूल में आधा दर्जन लोगों ने 10-13 साल के कुछ बच्चों को पेड़ से बांधकर न केवल प्रताड़ित किया, बल्कि उन्हें बीड़ी पीने के लिए भी मजबूर किया। बच्चों के इनकार करने पर उन्होंने मारपीट भी की।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने पांच नाबालिगों सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
प्रकरण
पिछले कुछ समय से बच्चों को लगातार धमका रहे थे आरोपी
NDTV के अनुसार, व्हाइटफील्ड थाना क्षेत्र की बृहत बेंगलुरू महानागर पालिका (BBMP) की ओर से संचालित स्कूल के 10 से 13 वर्ष के कुछ बच्चों को छह लोगों की गैंग पिछले कुछ समय से लगातार धमका रही थी।
पिछले सप्ताह स्थानीय लोगों ने गुपचुप तरीके से आरोपियों की क्रूरता का एक वीडियो मोबाइल फोन में कैद कर लिया।
इसमें बच्चों को पेड़ से बंधा देखा जा सकता है और आरोपी उन्हें बीड़ी पीने के लिए मजबूर करते नजर आते हैं।
मारपीट
एक अन्य क्लिप में बच्चों को छड़ी से पीटते नजर आते हैं आरोपी
एक अन्य क्लिप में एक आरोपी प्राथमिक स्कूल के सात बच्चों को एक के बाद एक छड़ी से पीटते हुए नजर आता है।
इसके अलावा छात्रों के आरोपियों का आदेश मानने से इनकार करने पर वह उन्हें गंभीर से प्रताड़ित भी करते नजर आते हैं।
आरोपी स्कूल के बच्चों को पास स्थित दुकानों से बीड़ी खरीदने के लिए भी मजबूर करते हैं। अधिकांश आरोपी पास की फैक्ट्रियों में काम कर रहे हैं, जबकि उनमें से कुछ स्कूल के छात्र हैं।
खामोशी
आरोपियों की धमकी के कारण स्कूल प्रशासन ने नहीं उठाया कोई कदम
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने स्कूल प्रशासन को भी मामले में शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रखी थी। ऐसे में स्कूल प्रशासन सबकुछ जानते हुए खामोश बैठा रहा।
हालांकि, स्कूल के आस-पास रहने वाले कुछ लोगों ने अपने मोबाइल कैमरों में यातना के वीडियो शूट किए और इसे पूर्व स्थानीय पार्षद एस श्रीकांत को भेज दिया। इसके बाद श्रीकांत ने पुलिस को पूरे मामले से अवगत करा दिया।
कार्रवाई
पुलिस ने दबिश देकर आरोपियों को दबोचा
मामले की सूचना के बाद पुलिस ने वीडियो के आधार पर दबिश देकर पांच नाबालिगों सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद एक आरोपी को तो न्यायलय से जेल भेज दिया गया, जबकि पांच नाबालिगों को किशोर गृह भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि नाबालिगों के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस अब गैंग से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
बयान
स्कूल परिसर के पास बढ़ाई गई पुलिस गश्त- देवराज
व्हाइटफील्ड के पुलिस उपायुक्त (DCP) डी देवराज ने कहा, "हमें सूचना मिली थी कि लोग रात में स्कूल परिसर में शराब पीते हैं। इसके बाद वहां गश्त बढ़ाई गई थी। बच्चों की प्रताड़ना की घटना दिन में हुई थी। घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।"
खंड शिक्षा अधिकारी डी हनुमंतराय ने कहा, "दोनों वीडियो क्लिप शनिवार को रिकॉर्ड किए गए थे। मामले की जांच जारी है। हालांकि, पूर्व में ऐसी घटनाएं नहीं हुई थी।"