बेंगलुरू: पटाखों से भरे गोदाम में धमाका होने से तीन की मौत, चार लोग घायल
क्या है खबर?
बेंगलुरू के थागराटपेट इलाके में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम में धमाका होने से तीन लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर बताया है कि गोदाम में पटाखे रखे हुए थे।
मृतकों की पहचान 50 वर्षीय फयाज, 29 वर्षीय मनोहर और 45 वर्षीय असलम के रूप में हुई है। फयाज की पटाखों की दुकान थी, जबकि मनोहर गाड़ी चलाता था। वहीं असलम की गोदाम के पास दुकान थी।
घटना
धमाके के बाद आसपास की दुकानों में लगी आग
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, धमाका इतना जोरदार था कि दो लोगों के शव टुकड़ों में बंट गए और आसपास बनी दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। इसके अलावा करीब 10 दोपहिया वाहन भी आग की चपेट में आए हैं।
बताया जा रहा है कि गोदाम में बिना किसी सुरक्षा उपायों के पटाखे रखे गए थे। हालांकि, दमकल अधिकारी अभी तक आग लगने का असली कारण पता नहीं कर पाए हैं।
जानकारी
गोदाम में रखे थे पटाखों के 60 डिब्बे
DCP (दक्षिण) हरीश पांडे ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि गोदाम में पटाखों के 60 डिब्बे थे। ऐसा लग रहा है कि इसमें से एक में धमाका हुआ है। आग के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। जांच के लिए फॉरेंसिंक विशेषज्ञों को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है।
धमाके की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक जमीर अहमद खान मौके पर पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से घटना की जानकारी ली।
बयान
गोदाम में नहीं थी पटाखे रखने की इजाजत
पांडे ने कहा कि यह गोदाम किसी ट्रांसपोर्ट कंपनी का है, लेकिन इसमें विस्फोटक सामान रखने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि फॉरेंसिंक जांच के बाद धमाके के असली कारण सामने आ पाएंगे।
डेक्कन हेराल्ड ने लिखा है कि दमकल विभाग को दोपहर करीब 12:10 बजे खबर मिली थी कि किसी घर में सिलेंडर फटने से धमाका हो गया है। मौके पर पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि धमाका गोदाम में रखे विस्फोटक के कारण हुआ है।
दूसरी घटना
घर में आग लगने से हुई थी दो महिलाओं की मौत
एक दूसरी घटना में बेंगलुरू में आग लगने से दो महिलाओं की मौत हो गई थी।
पुलिस मान रही है कि सिलेंडर फटने के कारण घर में लगी आग से 83 वर्षीय लक्ष्मी देवी और उनकी 59 वर्षीय बेटी भाग्य रेखा की मौत हुई है। हादसे में रेखा के पति घायल हुए हैं और उनका इलाज जारी है।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सैंपल ले लिए हैं और असली कारणों को जानने का प्रयास किया जा रहा है।