कर्नाटक: कांग्रेस के 21 मंत्रियों के बाद JD(S) के सभी मंत्रियों का इस्तीफा, बनेगी नई कैबिनेट
क्या है खबर?
कर्नाटक की कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन सरकार की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं।
आज पहले कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने इस्तीफा दिया, फिर उसके बाद JD(S) के सभी मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया। अब नई कैबिनेट का गठन किया जाएगा।
वहीं, आज एक और निर्दलीय विधायक ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया।
अब गठबंधन के विधायकों की संख्या 105 रह गई है और उसका भविष्य विधानसभा स्पीकर के इस्तीफों को स्वीकार करने के फैसले पर निर्भर करता है।
इस्तीफा
कांग्रेस की तर्ज पर JD(S) मंत्रियों का भी इस्तीफा
आज पहले बागी विधायकों के समर्थन में कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि वो अभी भी पार्टी में बने हुए हैं।
कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख सिद्धारमैया ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी।
इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि JD(S) के सभी मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
ट्वीट में नई कैबिनेट बनाए जाने की बात कही गई है।
समर्थन वापस
निर्दलीय विधायक ने किया भाजपा को समर्थन का ऐलान
वहीं, सोमवार को निर्दलीय विधायक एच नागेश ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया। उन्हें जून में कर्नाटक मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।
राज्यपाल वजुभाई वाला को भेजे अपने पत्र में उन्होंने अगर भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने की कोशिश करती है तो उसकी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है।
उनके इस्तीफे का मतलब है कि अगर स्पीकर गठंबधन के 13 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लेते हैं, सरकार बहुमत खो देगी।
बयान
सिद्धारमैया का ट्वीट, भाजपा देश के लिए कलंक
सिद्धारमैया ने भाजपा पर सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए करारा हमला किया है।
एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, "भाजपा हमारे देश के लिए कलंक है और उनमें संसदीय लोकतंत्र के लिए कोई सम्मान नहीं है। RSS ने स्वतंत्रता आंदोलन का सम्मान नहीं किया और भाजपा हमारे संविधान का सम्मान नहीं कर रही है। वो भारत की एकता को अस्थिर करने का गुप्त मकसद रखने वाले छद्म राष्ट्रवादी हैं।"
बयानबाजी
सिद्धारमैया ने मोदी और शाह को बताया गद्दार
सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को गद्दार भी कहा है।
उन्होंने कहा, "हमारे विधायकों को डराने के लिए भाजपा केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियों का गलत प्रयोग कर रही है। ये केवल कर्नाटक के भाजपा नेता नहीं कर रहे, बल्कि तानाशाह अमित शाह और नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं। वो कुछ नहीं बल्कि इस जीवंत देश के गद्दार हैं।"
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरे प्रकरण में भाजपा का कोई हाथ होने से इनकार किया।
ट्विटर पोस्ट
भाजपा पर जमकर बरसे सिद्धारमैया
@BJP4India is misusing central govt its agencies to threaten our MLAs. It is not just by @BJP4Karnataka leaders but also by dictators @AmitShah @narendramodi. They are nothing but the traitors of this vibrant country.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) July 8, 2019
कर्नाटक विधानसभा
क्या है विधानसभा का गठित?
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में ये संकट शुरू होने से पहले कांग्रेस-JD(S) गठबंधन की सरकार के पक्ष में 118 विधायक थे।
अगर स्पीकर 13 विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लेते हैं तो उसके विधायकों की संख्या 104 रह जाएगी, जिसमे एक बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
ये आंकड़ा भाजपा के 105 से एक कम होगा और सरकार गिरने की स्थिति में उसे सरकार बनाने का न्यौता मिल सकता है।