कोरोना वैक्सीनेशन के कारण टाला गया पोलियो अभियान, अब 31 जनवरी से होगा शुरू
क्या है खबर?
16 जनवरी से शुरू हो रहे कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान को देखते हुए केंद्र सरकार ने पोलियो के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को टाल दिया है और अब 'पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस' का आयोजन 31 जनवरी को किया जाएगा। पहले ये अभियान 17 जनवरी को चलाया जाना था।
सरकार ने अपने बयान में कहा कि कोविड और गैर-कोविड स्वास्थ्य सेवाओं के एक साथ चलते रहने की स्वास्थ्य मंत्रालय की नीति को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।
बयान
राष्ट्रपति कार्यालय से विचार विमर्श के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने लिया फैसला
अपने बयान में केंद्र सरकार ने कहा, "माननीय प्रधानमंत्री 16 जनवरी, 2021 को देशव्यापी कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान शुरू करेंगे। ये दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान होगा। इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने माननीय राष्ट्रपति के कार्यालय से विचार विमर्श करने के बाद पोलिया वैक्सीनेशन दिवस की तारीख बदलकर 31 जनवरी करने का फैसला लिया है। माननीय राष्ट्रपति 30 जनवरी को सुबह 11:45 बजे राष्ट्रपति भवन में कुछ बच्चों को पोलियो ड्रॉप देकर पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का शुभारंभ करेंगे।"
पोलियो अभियान
हर साल करोड़ों बच्चों को पिलाई जाती है पोलियो ड्रॉप
बता दें कि भारत में हर साल पोलिया के खिलाफ बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाता है जो 17 जनवरी से शुरू होता है। इस दिन को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस या 'पोलिया रविवार' के नाम से भी जाना जाता है और इस अभियान में करोड़ों बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाती है जो एक तरह की वैक्सीन होती है।
भारत के इस अभियान को बेहद सफल माना जाता है और देश में पोलिया का आखिरी मामला 2011 में सामने आया था।
वैक्सीनेशन
शनिवार से शुरू होने जा रहा है कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान
गौरतलब है कि 16 जनवरी यानि इस शनिवार से देशभर में शुरू हो रहे कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान में सरकार का लक्ष्य जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाना है।
इसमें सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी और इसके बाद पुलिसकर्मियों और सफाई कर्मचारियों समेत महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात लगभग दो करोड़ कर्मचारियों को खुराक दी जाएगी।
केंद्र सरकार इन सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान कर चुकी है।
अन्य लोग
स्वास्थ्यकर्मियों और कर्मचारियों के बाद बुजुर्गों को लगाई जाएगी वैक्सीन
स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर खड़े अन्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। इसके बाद 50 से कम उम्र के ऐसे लोग जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उनका नंबर आएगा और उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी। सबसे अंत में युवा और स्वस्थ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
वैक्सीन लगवाना अनिवार्य नहीं होगा, बल्कि यह लोगों की स्वेच्छा पर निर्भर करेगा।
मंजूरी
इन दो वैक्सीनों को दी गई है आपातकालीन उपयोग की मंजूरी
बता दें कि भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल चुकी है।
कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है और इसे 70 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।
वहीं कोवैक्सिन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। इसका तीसरे चरण का ट्रायल अभी जारी है।
दोनों वैक्सीनों की लाखों खुराकें देश के कई केंद्रों पर पहुंच चुकी हैं।