पुडुचेरी: उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ मुख्यमंत्री का धरना, केंद्र से की वापस बुलाने की मांग
पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ मुख्यमंत्री वी नारायणसामी का धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है और वह उन्हें पद से हटाए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। उनका आरोप है कि बेदी राज्य की चुनी हुई संवैधानिक सरकार को काम करने नहीं दे रही हैं और केंद्र सरकार के इशारों पर उसके कामकाज में बाधा उत्पन्न कर रही हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें तत्काल वापस बुलाने का अनुरोध किया है।
शुक्रवार से धरने पर बैठे हुए हैं मुख्यमंत्री
पुडुचेरी में कांग्रेस के नेतृत्व वाले धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गठबंधन (SDA) की सरकार का नेतृत्व कर रहे नारायणसामी शुक्रवार से उपराज्यपाल बेदी के आधिकारिक निवास 'राजनिवास' के पास धरने पर बैठे हुए हैं। इसके बाद से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवी सुब्रमण्यन, कई मंत्री, कांग्रेस विधायक और कार्यकर्ता भी धरने में शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री के इस धरने में शामिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री बोले- रोजाना के कामकाज में दखल दे रहीं बेदी
किरण बेदी के खिलाफ धरने का कारण बताते हुए मुख्यमंत्री नारायणसामी ने कहा कि वह चुनी हुई सरकार को काम करने नहीं दे रही हैं और रोजाना के कामकाज में दखल दे रही हैं। उन्होंने कहा, "अब ये समस्या बढ़ गई है। वह अब फाइलें लौटा रही हैं और कैबिनेट और मंत्रियों के फैसलों को पलट रही हैं। ये उपराज्यपाल का काम नहीं है। उन्हें कोई भी स्वतंत्र शक्ति नहीं है।"
अपने आरोपों के पक्ष में नारायणसामी ने दिया ये उदाहरण
अपने आरोपों के पक्ष में नारायणसामी ने राज्य सरकार के पोंगल गिफ्ट का उदाहरण दिया, जिसमें सरकार राज्य के लोगों को 1,000-1,000 रुपये देने वाली थी, लेकिन बेदी ने उसे केवल 200 रुपये प्रति व्यक्ति बांटने की मंजूरी दी।
संविधान का सम्मान नहीं करतीं बेदी- नारायणसामी
बेदी के काम करने के अलोकतांत्रिक तरीके पर सवाल खड़े करते हुए नारायणसामी ने कहा, "उनमें संविधान या कानून के प्रति कोई सम्मान नहीं है। वह खुद में संविधान हैं।" उन्होंने आगे कहा, "किरण बेदी का बने रहना पुडुचेरी के विकास को प्रभावित करेगा। वह राज्य के लोगों के मौलिक अधिकारों को प्रभावित कर रही हैं। उनका शुरू से ऐसा ही रवैया रहा है, जब वह दिल्ली की पुलिस कमिश्नर थी तब से ही।"
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री पर लगाए बेदी से सांठगांठ के आरोप
नारायणसामी ने प्रधानमंत्री मोदी से बेदी को तत्काल उपराज्यपाल के पद से हटाने की अपील भी की है और उन पर बेदी के साथ मिलकर पुडुचेरी को तमिलनाडु में शामिल करने की साजिश करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा, "चूंकि यहां कांग्रेस-DMK की सरकार है, इसलिए प्रधानमंत्री कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। इसलिए हम शांतिपूर्ण तरीके से ये प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन वह हमारा सामना करने से डरती हैं।"
पुडुचेरी में मई में होने हैं विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि नारायणसामी और बेदी के बीच ये टकराव ऐसे समय पर अपने चरम पर है जब राज्य में कुछ महीनों बाद मई में ही विधानसभा चुनाव होने हैं। 2016 में बेदी के उपराज्यपाल बनने के बाद से ही उनके और नारायणसामी के बीच कई बार शक्तियों के बंटवारे और प्रशासनिक मामलों को लेकर टकराव हो चुका है और नारायणसामी ने दिसंबर, 2019 में भी उनके खिलाफ धरना दिया था।