नौ राज्यों में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि, दिल्ली और महाराष्ट्र में भी सामने आए मामले
देश में बर्ड फ्लू का प्रकोप अपने पैर पसारते जा रहा है और दिल्ली और महाराष्ट्र में भी इसके मामलों की पुष्टि हुई है। इसी के साथ बर्ड फ्लू के पुष्ट मामले वाले राज्यों की संख्या नौ हो गई है। इन राज्यों में दिल्ली और महाराष्ट्र के अलावा केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है क्योंकि अन्य राज्यों में भी कई पक्षी मृत पाए गए हैं।
बर्ड फ्लू के खतरे के कारण महाराष्ट्र में मारी जाएंगी 8,000 मुर्गियां
महाराष्ट्र के परभणी जिले के जिलाधिकारी दीपक मधुकर मुगलीकर ने बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि करते हुए कहा कि इलाके के मुरुम्बा गांव स्थित मुर्गी पालन केंद्रों में पिछले दो दिनों में जो 800 मुर्गियां मृत पाई गई थीं, उनके बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि गांव में आठ मुर्गी पालन केंद्र हैं जिनमें लगभग 8,000 मुर्गे-मुर्गियां रहते हैं। अब बर्ड फ्लू के खतरे के कारण इन सभी को मारा जाएगा।
दिल्ली में सभी आठ सैंपल पाए गए बर्ड फ्लू से संक्रमित
दिल्ली की बात करें तो जसोला, द्वारका और संजय झील समेत कई इलाकों में मृत पक्षी पाए गए थे और जिन आठ कौओं और बत्तखों के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया था, उन सभी को बर्ड फ्लू से संक्रमित पाया गया है। बता दें कि दिल्ली सरकार पहले ही जिंदा पक्षियों के आयात पर रोक लगा चुकी है और गाजीपुर स्थित शहर के सबसे बड़े मुर्गा बाजार को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
हरियाणा सबसे अधिक प्रभावित, चार लाख से अधिक पक्षियों की मौत
बता दें कि बर्ड फ्लू के कारण हरियाणा में सबसे ज्यादा पक्षियों की मौत हुई है और यहां पिछले कुछ हफ्तों में चार लाख से अधिक पक्षियों को मृत पाया जा चुका है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए राज्य के पंचकूला जिले में 1.60 लाख पक्षियों को मारा भी जा रहा है। केरल में भी लगभग 36,000 पक्षियों को बर्ड फ्लू के खतरे के कारण मारा गया था। वहीं इससे पहले यहां 12,000 बत्तखों की मौत हो गई थी।
बर्ड फ्लू पर आज संसदीय स्थायी समिति की बैठक
बर्ड फ्लू के इस बढ़ते खतरे के बीच कृषि मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने आज केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया है। दोपहर 3 बजे होने वाली इस बैठक में देश में बर्ड फ्लू की वैक्सीनों की उपलब्धता की समीक्षा की जाएगी। सरकार ने भी बीमारी की रोकथाम के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं और राज्यों से संभावित हॉटस्पॉट इलाकों की निगरानी बढ़ाने को कहा गया है।
PPE किट समेत ये चीजें सुनिश्चित करने के भी निर्देश
पशुपालन और डेयरी विभाग ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से बर्ड फ्लू के खतरे के कारण जिन पक्षियों को मारा जाना है, उन्हें मारने के दौरान व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) और अन्य चीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा है। इसके अलावा पक्षियों के शवों और उनकी बीटों को अच्छे से नष्ट करने और मुर्गी पालन को प्रभावित करने वाली अफवाहों पर लगाम लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
क्या है बर्ड फ्लू और ये इंसानों के लिए कितना खतरनाक?
बर्ड फ्लू या एवियन इंफ्लूएंजा एक वायरल संक्रमण है जो इंफ्लूएंजा टाइप ए वायरसों के कारण फैलता है। आमतौर पर पक्षियों में होने वाला इस संकम्रण के H5N1 जैसे कुछ स्ट्रेन इंसानों को भी संक्रमित कर सकते हैं। संक्रमित पक्षियों विशेषकर मुर्गियों के संपर्क में आने और संक्रमित पक्षी का कच्चा मांस या अंडे खाने आदि से इंसान बर्ड फ्लू से संक्रमित होता है। ये वायरस इंसानों के लिए भी खतरनाक है और इसकी मृत्यु दर 60 प्रतिशत है।