प्रधानमंत्री मोदी करेंगे वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत, पहले दिन तीन लाख स्वास्थ्यकर्मियों को मिलेगी खुराक
क्या है खबर?
देश में शनिवार से कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन (टीकाकरण) अभियान शुरू होने जा रहा है।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत करेंगे। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इसे लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि पहले दिन देशभर में 2,934 साइट्स पर लगभग तीन लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
कोरोना वैक्सीन
3 जनवरी को मिली थी वैक्सीनों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी
भारत में 3 जनवरी को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। कोवैक्सिन के अभी तीसरे चरण के ट्रायल पूरे नहीं हुए हैं इसलिए इसकी मंजूरी पर कई सवाल उठ रहे हैं।
दोनों कंपनियों ने दिसंबर में अपनी वैक्सीनों की आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी थी। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के बाद इन्हें हरी झंडी दिखाई गई।
जानकारी
आने वाले दिनों में बढ़ेगी साइट्स की संख्या- पॉल
डॉ पॉल ने बताया कि पहले दिन लगभग 3,000 साइट्स पर 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। धीरे-धीरे आने वाले दिनों में इन साइट्स की संख्या बढ़ाकर 5,000 से अधिक की जाएगी। बता दें कि पहले चरण में केवल स्वास्थ्यकर्मियों को ही वैक्सीन दी जाएगी।
कोरोना वैक्सीन
स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के आधार पर किया गया वैक्सीन का वितरण- पॉल
पॉल ने यह भी बताया कि राज्यों को उनके स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के आधार पर वैक्सीन का वितरण किया गया है। स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन को लेकर किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। वो लोगों के लिए रोल मॉडल बनकर उभरेंगे।
बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक को कोवैक्सिन की खेपों को वैक्सीनेशन की शुुरुआत के लिए देश के अलग-अलग शहरों में पहुंचा दिया गया है।
वैक्सीनेशन
राज्यों को दी गई यह सलाह
वैक्सीनेशन शुरू होने से पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को इसे लेकर सलाह दी है।
मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि हर सेेशन में औसतन 100 लोगों को ही वैक्सीन दी जाए। हर साइट पर एक दिन में अधिक संख्या में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन देने की जल्दबाजी न करें।
साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों को ज्यादा से ज्यादा साइट्स बनाने को कहा है ताकि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया स्थायी और प्रभावी ढंग से चलती रहे।
वैक्सीनेशन
शुरुआत में लोगों के पास नहीं होगा वैक्सीन चुनने का विकल्प
इससे पहले मंगलवार को सरकार ने संकेत दिया था कि शुरूआती दौर में लोगों के पास वैक्सीन चुनने का विकल्प नहीं होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा था कि शुरू में लोगों के पास ये चुनने का विकल्प नहीं होगा कि उन्हें कोवैक्सिन लगाई जाएगी या सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड।
इसका मतलब है कि अगर लोगों को कोवैक्सिन या कोविशील्ड लगाई जाती है तो उन्हें वह लगवानी होगी और उनके पास इसका विकल्प नहीं होगा।
तैयारी
दिल्ली में बनाए जाएंगे 81 वैक्सीनेशन सेंटर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को बताया कि राजधानी में 16 दिसंबर को वैक्सीनेशन के लिए 81 सेंटर बनाए जाएंगे। आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ाकर 175 और फिर 1,000 की जाएगी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली को अभी तक कोरोना वैक्सीन की 2.74 लाख खुराकें मिली हैं।
राजधानी में सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी, जबकि बाकी दिनों में अन्य वैक्सीनेशन का काम जारी रहेगा।