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    भारत में 5 तरह के बैक्टीरिया से साल 2019 में हुई 6.8 लाख मौतें- लैंसेट अध्ययन
    भारत में पांच तरह के बैक्टीरिया के कारण 2019 में हुई 6.8 लाख लोगों की मौत

    भारत में 5 तरह के बैक्टीरिया से साल 2019 में हुई 6.8 लाख मौतें- लैंसेट अध्ययन

    लेखन भारत शर्मा
    Nov 22, 2022
    09:52 pm

    क्या है खबर?

    भारत में विभिन्न वायरस ही नहीं, बल्कि बैक्टीरिया (जीवाणु) संक्रमण भी लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं।

    साल 2019 में ही E.कोली, S.निमोनिया, K.निमोनिया, S.ऑरियस और A.बाउमानी नाम के बैक्टीरिया की चपेट में आने के कारण 6.8 लाख लोगों की मौत हुई है।

    द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।

    अध्ययन के अनुसार, 2019 में दुनियाभर में हुई प्रत्येक आठ में से एक मौत के लिए बैक्टीरिया संक्रमण जिम्मेदार रहा है।

    अध्ययन

    2019 में 33 सामान्य बैक्टीरिया संक्रमण से हुई 77 लाख मौतें

    अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में दुनियाभर में 11 संक्रामक सिंड्रोम में पाए जाने वाले 33 सामान्य बैक्टीरिया के संक्रमण से कुल 77 लाख मौतें हुई थी। इनमें से 50 प्रतिशत मौतों के लिए ये पांच बैक्टीरिया ही जिम्मेदार हैं।

    इसके चलते उस साल बैक्टीरिया संक्रमण मौत का दूसरा बड़ा कारण रहा था।

    इसी तरह इन पांच बैक्टीरिया के कारण अकेले भारत में 6,78,846 लोगों की मौत हुई थी। यह बड़ी चिंता का विषय है।

    परेशानी

    E.कोली बैक्टीरिया ने ली 1.57 लाख लोगों की जान

    रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में भारत में अकेले E.कोली बैक्टीरिया ने 1,57,082 लोगों की जान ली थी। ऐसे में यह बैक्टीरिया सबसे ज्यादा घातक सिद्ध हुआ है।

    शोधकर्ताओं ने कहा कि 2019 में दुनियाभर में संक्रमण से कुल 1.3 करोड़ लोगों की मौत हुई थी। उनमें से 77 लाख मौतें बैक्टीरिया के संक्रमण से थी। ऐसे में लोगों की जान बचाने के लिए इन बैक्टीरिया पर प्राथमिकता के आधार पर नियंत्रण पाने का प्रयास करना चाहिए।

    बैक्टीरिया

    किस बैक्टीरिया हुई कितनी मौतें?

    भारत में अकेले E.कोली बैक्टीरिया से 1,57,082 लोगों की मौत हुई, वहीं S.निमोनिया से 1,44,829, K.निमोनिया से 1,32,790, S.ऑरियस से 1,28,011 और A.बाउमानी बैक्टीरिया से 1.1 लाख मौतें हुई थी।

    अध्ययन के अनुसार, 15 साल से अधिक उम्र के लोगों की सबसे अधिक मौत S.ऑरियस से और 5 से 14 साल की आयु के बच्चों में सबसे अधिक मौतें साल्मोनेला एंटरिका सेरोवर टायफी के कारण हुई थी। यह बेहद गंभीर मामला है।

    सबसे अधिक

    तीन सिंड्रोम के कारण हुई 75 प्रतिशत मौतें

    शोधकर्ताओं ने कहा कि अधिक क्लिनिकल लेबोरेटरी कैपेसिटी के साथ मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण, नियंत्रक उपायों को लागू करना और एंटीबायोटिक का नियंत्रित उपयोग बैक्टीरिया संक्रमण से होने वाली बीमारी को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है।

    शोधकर्ताओं की माने तो दुनियाभर में बैक्टीरिया से हुई 77 लाख मौतों में से 75 प्रतिशत तीन सिंड्रोम के कारण हुई है। इनमें श्वसन (LRI), रक्तप्रवाह (BSI) और पेट से संबंधित संक्रमण (IAA) शामिल हैं।

    सबसे अधिक

    अफ्रीका में हुई बैक्टीरिया से सबसे अधिक मौतें

    रिपोर्ट के अनुसार, बैक्टीरिया के संक्रमण से दुनियाभर में सबसे अधिक मौतें उप-सहारा अफ्रीका में हुई थी। वहां प्रत्येक एक लाख की आबादी पर 230 लोगों की मौत हुई थी।

    इसी तरह उच्च आय वाले पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका और आस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रत्येक एक लाख की आबादी पर 52 लोगों की मौत हुई थी, जो सबसे कम है।

    ऐसे में स्पष्ट है कि दुनिया में बैक्टीरिया का संक्रमण की बड़ी संख्या में लोगों की जान ले रहा है।

    बयान

    वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती की तस्वीर पेश कर रहे हैं आकड़े- मुर्रे

    अमेरिका के वाशिंगटन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेलुएशन (IHME) के निदेशक और अध्ययन के सह-लेखक क्रिस्टोफर मुर्रे ने कहा, "नए आंकड़े पहली बार बैक्टीरिया संक्रमण से उत्पन्न वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती की पूरी सीमा को प्रकट करते हैं। इन परिणामों को वैश्विक स्वास्थ्य पहलों के रडार पर रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि इन घातक बैक्टीरिया का सही विश्लेषण कर मौतों और संक्रमणों की संख्या को कम करने के लिए कदम उठाए जा सकें।"

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