NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / भारत में 5 तरह के बैक्टीरिया से साल 2019 में हुई 6.8 लाख मौतें- लैंसेट अध्ययन
    देश

    भारत में 5 तरह के बैक्टीरिया से साल 2019 में हुई 6.8 लाख मौतें- लैंसेट अध्ययन

    भारत में 5 तरह के बैक्टीरिया से साल 2019 में हुई 6.8 लाख मौतें- लैंसेट अध्ययन
    लेखन भारत शर्मा
    Nov 22, 2022, 09:52 pm 1 मिनट में पढ़ें
    भारत में 5 तरह के बैक्टीरिया से साल 2019 में हुई 6.8 लाख मौतें- लैंसेट अध्ययन
    भारत में पांच तरह के बैक्टीरिया के कारण 2019 में हुई 6.8 लाख लोगों की मौत

    भारत में विभिन्न वायरस ही नहीं, बल्कि बैक्टीरिया (जीवाणु) संक्रमण भी लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं। साल 2019 में ही E.कोली, S.निमोनिया, K.निमोनिया, S.ऑरियस और A.बाउमानी नाम के बैक्टीरिया की चपेट में आने के कारण 6.8 लाख लोगों की मौत हुई है। द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अध्ययन के अनुसार, 2019 में दुनियाभर में हुई प्रत्येक आठ में से एक मौत के लिए बैक्टीरिया संक्रमण जिम्मेदार रहा है।

    2019 में 33 सामान्य बैक्टीरिया संक्रमण से हुई 77 लाख मौतें

    अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में दुनियाभर में 11 संक्रामक सिंड्रोम में पाए जाने वाले 33 सामान्य बैक्टीरिया के संक्रमण से कुल 77 लाख मौतें हुई थी। इनमें से 50 प्रतिशत मौतों के लिए ये पांच बैक्टीरिया ही जिम्मेदार हैं। इसके चलते उस साल बैक्टीरिया संक्रमण मौत का दूसरा बड़ा कारण रहा था। इसी तरह इन पांच बैक्टीरिया के कारण अकेले भारत में 6,78,846 लोगों की मौत हुई थी। यह बड़ी चिंता का विषय है।

    E.कोली बैक्टीरिया ने ली 1.57 लाख लोगों की जान

    रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में भारत में अकेले E.कोली बैक्टीरिया ने 1,57,082 लोगों की जान ली थी। ऐसे में यह बैक्टीरिया सबसे ज्यादा घातक सिद्ध हुआ है। शोधकर्ताओं ने कहा कि 2019 में दुनियाभर में संक्रमण से कुल 1.3 करोड़ लोगों की मौत हुई थी। उनमें से 77 लाख मौतें बैक्टीरिया के संक्रमण से थी। ऐसे में लोगों की जान बचाने के लिए इन बैक्टीरिया पर प्राथमिकता के आधार पर नियंत्रण पाने का प्रयास करना चाहिए।

    किस बैक्टीरिया हुई कितनी मौतें?

    भारत में अकेले E.कोली बैक्टीरिया से 1,57,082 लोगों की मौत हुई, वहीं S.निमोनिया से 1,44,829, K.निमोनिया से 1,32,790, S.ऑरियस से 1,28,011 और A.बाउमानी बैक्टीरिया से 1.1 लाख मौतें हुई थी। अध्ययन के अनुसार, 15 साल से अधिक उम्र के लोगों की सबसे अधिक मौत S.ऑरियस से और 5 से 14 साल की आयु के बच्चों में सबसे अधिक मौतें साल्मोनेला एंटरिका सेरोवर टायफी के कारण हुई थी। यह बेहद गंभीर मामला है।

    तीन सिंड्रोम के कारण हुई 75 प्रतिशत मौतें

    शोधकर्ताओं ने कहा कि अधिक क्लिनिकल लेबोरेटरी कैपेसिटी के साथ मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियों का निर्माण, नियंत्रक उपायों को लागू करना और एंटीबायोटिक का नियंत्रित उपयोग बैक्टीरिया संक्रमण से होने वाली बीमारी को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। शोधकर्ताओं की माने तो दुनियाभर में बैक्टीरिया से हुई 77 लाख मौतों में से 75 प्रतिशत तीन सिंड्रोम के कारण हुई है। इनमें श्वसन (LRI), रक्तप्रवाह (BSI) और पेट से संबंधित संक्रमण (IAA) शामिल हैं।

    अफ्रीका में हुई बैक्टीरिया से सबसे अधिक मौतें

    रिपोर्ट के अनुसार, बैक्टीरिया के संक्रमण से दुनियाभर में सबसे अधिक मौतें उप-सहारा अफ्रीका में हुई थी। वहां प्रत्येक एक लाख की आबादी पर 230 लोगों की मौत हुई थी। इसी तरह उच्च आय वाले पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका और आस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रत्येक एक लाख की आबादी पर 52 लोगों की मौत हुई थी, जो सबसे कम है। ऐसे में स्पष्ट है कि दुनिया में बैक्टीरिया का संक्रमण की बड़ी संख्या में लोगों की जान ले रहा है।

    वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती की तस्वीर पेश कर रहे हैं आकड़े- मुर्रे

    अमेरिका के वाशिंगटन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मेडिसिन में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवेलुएशन (IHME) के निदेशक और अध्ययन के सह-लेखक क्रिस्टोफर मुर्रे ने कहा, "नए आंकड़े पहली बार बैक्टीरिया संक्रमण से उत्पन्न वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती की पूरी सीमा को प्रकट करते हैं। इन परिणामों को वैश्विक स्वास्थ्य पहलों के रडार पर रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि इन घातक बैक्टीरिया का सही विश्लेषण कर मौतों और संक्रमणों की संख्या को कम करने के लिए कदम उठाए जा सकें।"

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    अमेरिका
    ऑस्ट्रेलिया
    अफ्रीका
    बीमारियों से बचाव

    ताज़ा खबरें

    JEE Main: पहले सत्र का रिजल्ट जारी, ऐसे देखें परीक्षा परिणाम NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी)
    आरोन फिंच ने संन्यास के बाद दिया इन खिलाड़ियों को टी-20 कप्तान बनाने का सुझाव आरोन फिंच
    व्हाट्सऐप यूजर्स जल्द एक साथ शेयर कर सकेंगे 100 मीडिया फाइल्स व्हाट्सऐप
    बॉक्स ऑफिस: 'पठान' ने 'KGF 2' को छोड़ा पीछे, अब निशाने पर 'बाहुबली 2' पठान फिल्म

    अमेरिका

    गुजरात: युवक ने लौटाया ट्रेन में छूटा अमेरिकी दंपति का पर्स, बोले- भारत वाकई खूबसूरत देश वायरल वीडियो
    जासूसी गुब्बारे को मार गिराने की अमेरिकी कार्रवाई पर चीन बोला- रिश्तों को पहुंचा गहरा नुकसान  चीन समाचार
    अमेरिकी वीजा का इंतजार कर रहे भारतीय अब दूसरे देशों से भी कर पाएंगे आवेदन वीजा
    अमेरिका ने मार गिराया जासूसी गुब्बारा, चीन ने बताया अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का उल्लंघन चीन समाचार

    ऑस्ट्रेलिया

    ऑस्ट्रेलियाई टेनिस स्टार निक किर्गियोस ने पूर्व प्रेमिका के साथ मारपीट का आरोप स्वीकार किया टेनिस
    ऑस्ट्रेलिया: नोटों से हटाई जाएगी एलिजाबेथ द्वितीय की तस्वीर, लगाया जाएगा संसद का चित्र ऑस्ट्रेलियाई संसद
    ऑस्ट्रेलिया: तिरंगा लिए भारतीयों को खालिस्तान समर्थकों ने पीटा, 5 घायल खालिस्तान
    ऑस्ट्रेलिया: मेलबर्न के इस्कॉन मंदिर में लिखे गए भारत विरोधी नारे, इस महीने तीसरी घटना मेलबर्न

    अफ्रीका

    मोरिंगा बीज के इस्तेमाल से मिल सकते हैं ये 5 प्रमुख फायदे मधुमेह
    दक्षिण एशिया और अफ्रीका में हर 10 में से एक अस्पताल में नहीं है बिजली- रिपोर्ट विश्व स्वास्थ्य संगठन
    युगांडा: 12 पत्नियों से 102 बच्चों के पिता ने मंहगाई के कारण लिया रुकने का फैसला युगांडा
    मोरक्को: एक साथ 9 बच्चों को जन्म देकर महिला ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, सभी स्वस्थ गिनीज बुक

    बीमारियों से बचाव

    वर्टिगो: जानिए इसके कारण, लक्षण और इलाज लाइफस्टाइल
    साइनोसाइटिस (साइनस): जानिए नाक से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय लाइफस्टाइल
    सनबर्न बनाम सन पॉइजनिंग में क्या है अंतर और यह कैसे प्रभावित करते हैं? लाइफस्टाइल
    कंप्यूटर विजन सिंड्रोम: जानिए इसके कारण, लक्षण और इलाज लाइफस्टाइल

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023