Page Loader
उत्तर प्रदेश: छांगुर बाबा कौन है, कथित धर्मांतरण को लेकर अब तक क्या-क्या पता चला?
उत्तर प्रदेश के छांगुर बाबा इन दिनों खूब सुर्खियों में है

उत्तर प्रदेश: छांगुर बाबा कौन है, कथित धर्मांतरण को लेकर अब तक क्या-क्या पता चला?

लेखन आबिद खान
Jul 13, 2025
04:48 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा इन दिनों खूब सुर्खियों में है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने छांगुर बाबा पर धर्मांतरण का संगठित गिरोह चलाने का आरोप लगाया है। इस मामले में बाबा की गिरफ्तारी भी हुई है और उनकी कई संपत्तियों पर बुलडोजर भी चलाया गया है। मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की भी एंट्री हो गई है और बाबा को विदेशी फंड मिलने की जानकारी भी सामने आई है। आइए पूरा मामला समझते हैं।

परिचय

कौन है झांगुर बाबा?

छांगुर बाबा बलरामपुर के उतरौला तहसील के रेहरा माफी गांव के रहने वाले हैं। बताया जाता है कि उनका बचपन गरीबी में बीता और वे साइकिल पर अंगूठी वगैरह बेचते थे। कुछ सालों बाद वे मुंबई चले गए और खुद को बाबा घोषित कर दिया। गांव लौटकर उनकी पत्नी ने 2 बार सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। गांव में ही एक दरगाह के पास बाबा ने बैठक बना ली और यहीं पर उनके मुरीद आने-जाने लगे।

मुंबई

मुंबई के करोड़पति दंपत्ति का धर्मांतरण करवाने का आरोप

बाबा का मुंबई आना-जाना लगा रहता था। वहां उनकी मुलाकात नवीन रोहरा और उसकी पत्नी नीतू से हुई। दोनों की करोड़ों की संपत्ति थी, लेकिन परेशान रहते थे। बाबा ने दोनों का इस्लाम में धर्मांतरण करवा दिया। इस दंपत्ति ने अपनी करोड़ों की संपत्ति बेच दी और बाबा के साथ गांव आ गए। कहा जाता है कि इसके बाद से ही बाबा के पास खूब पैसा आने लगा। कथित तौर पर ये इसी दंपत्ति ने दिया था।

घर

बाबा की आलीशान कोठी, कॉलेज भी बनवा रहा था

2021 में नीतू-नवीन को लेकर बाबा मधुपुर आ गया। यहां इन लोगों ने 3 बीघा जमीन खरीदी। बाबा ने यहां एक तरफ आलीशान घर बनवाया और दूसरी तरफ डिग्री कॉलेज का निर्माण शुरू कर दिया। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस कोठी में 20 कमरे और बड़े हॉल है। यहां पहुंचने के लिए बाबा ने खुद के पैसों से आधा किलोमीटर लंबा रोड भी बनवाया। इस कोठी को अब ढहा दिया गया है।

फंडिंग

बाबा को विदेशों से करोड़ों की फंडिंग मिलने का आरोप

आरोप है कि धर्मांतरण के लिए बाबा को विदेशों से करोड़ों की फंडिंग होती थी। जांच में पता चला कि बाबा और नीतू के खातों से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के लेन-देन हुए। इसके अलावा 40 से ज्यादा खातों में विदेशों से पैसे आए हैं। दावा किया गया है कि बाबा एक धर्मांतरण रैकेट चलाता था और अब तक 1,500 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण करवा चुका है। बाबा का बेटा महबूब, नीतू और नवीन भी इसमें शामिल थे।

पुलिस

बाबा के बारे में पुलिस ने क्या खुलासे किए हैं?

उत्तर प्रदेश के ADG (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश ने कहा, "यह एक बड़ा धर्मांतरण रैकेट है, जिसकी जांच ATS कर रही है। गैंग के सदस्यों ने अपने और अलग-अलग संस्थाओं के नाम पर 40 से ज्यादा बैंक खाते खुलवाए थे, जिनमें लगभग 100 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है।" सभी आरोपियों पर विदेशी फंडिंग के जरिए करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। इसी वजह से ED भी मामले की जांच कर रही है।

कार्रवाई

बाबा पर अब तक क्या कार्रवाई हुई?

10 अप्रैल को बाबा के बेटे मेहबूब और नवीन को गिरफ्तार किया गया। इस बीच बाबा फरार हो गया। पुलिस ने उस पर 50,000 रुपये का इनाम रख दिया। 5 जुलाई को बाबा और नीतू को लखनऊ की एक होटल से गिरफ्तार किया गया। बाबा ने बहराइच, बलरामपुर, नागपुर और पुणे समेत कई शहरों में अवैध रूप से संपत्तियां खरीदीं। बलरामपुर की आलीशान कोठी को 9 बुलडोजरों ने 30 घंटे की कार्रवाई के बाद जमींदोज कर दिया।