मेनोपॉज को बढ़ावा दे सकती हैं ये चीजें, महिलाएं बनाएं दूरी
क्या है खबर?
मेनोपॉज कोई समस्या या फिर बीमारी नहीं है बल्कि यह 45 से 55 साल की महिलाओं के शरीर में होने वाला एक प्राकृतिक बदलाव है।
मुंहासें, पीरियड्स का अनियमित या बंद हो जाना, वजन बढ़ना और बालों का झड़ना मेनोपॉज के आम लक्षण हैं।
अगर किसी महिला को मेनोपॉज है तो उसे अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करने से बचना चाहिए, जो इसे बढ़ावा दें।
आइए आज हम आपको ऐसी कुछ चीजों के बारे में बताते हैं।
#1
प्रोसेस्ड फूड
जिन महिलाओं को मेनोपॉज हैं, उन्हें प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से बचना चाहिए।
दरअसल, प्रोसेस्ड फूड में पोषक तत्वों और खनिज की मात्रा काफी कम होती है और इनमें चीनी और नमक का अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
बर्गर, पिज्जा और पास्ता आदि सभी खाद्य पदार्थ मेनोपॉज के नकारात्मक प्रभावों को बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों से दूरी बना लेना ही बेहतर है।
#2
मसालेदार खाद्य पदार्थ
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को अधिक मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी बचना चाहिए।
ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से न सिर्फ उन्हें घबराहट महसूस हो सकती है, बल्कि मेनोपॉज के दौरान कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि, अगर आप मसालेदार खाना पसंद करते हैं तो अपने खाने में लाल मिर्च की जगह काली मिर्च का इस्तेमाल करें। यह लाल मिर्च का स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है।
#3
अधिक तले खाद्य पदार्थ
मेनोपॉज के दौरान अधिक तले खाद्य पदार्थों का सेवन भी आपके लिए मुसीबत बन सकता है।
इसकी वजह यह है कि अधिक तले खाद्य पदार्थों का सेवन शरीर के अंदर गर्मी पैदा करता है, जिससे मेनोपॉज के नकारात्मक प्रभाव बढ़ते हैं। वहीं, इससे पाचन क्रिया और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इसलिए अगर आपको मेनोपॉज है तो इस तरह के खाने से बिल्कुल दूरी बना लें।
#4
शराब
शराब हर प्रकार से सेहत को नुकसान पहुंचाती है, चाहें बात लिवर की हो या मेनोपॉज की।
जिस तरह शराब के सेवन से लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है और कई तरह की घातक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, ठीक उसी तरह शराब का सेवन मेनोपॉज के नकारात्मक प्रभावों को बढ़ा सकता है।
इसलिए हमारा सुझाव है कि अगर कोई महिला शराब का सेवन करती है तो वह मेनोपॉज के दौरान इससे दूरी बना लें।