किशमिश का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए है नुकसानदायक, जानिए कैसे
क्या है खबर?
किशमिश सिर्फ अपने खट्टे-मीठे स्वाद तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह कई तरह के पोषक गुणों से समृद्ध होती है, इसलिए स्वास्थ्य के लिए इसका सेवन करना लाभदायक है।
हालांकि, ध्यान रखें कि किशमिश से फायदे तभी मिल सकते हैं, जब आपका सीमित मात्रा में इसका सेवन करें क्योंकि इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
आइए आज हम आपको बताते हैं कि किशमिश के अधिक सेवन से कौन-सी समस्याएं हो सकती हैं।
#1
बढ़ सकती है फाइबर की अधिक मात्रा
किशमिश फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत है, लेकिन जब आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो इससे शरीर में फाइबर की भी मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण पाचन क्रिया हो सकती है।
दरअसल, जरूरत से ज्यादा फाइबर से आपको दस्त, अपच, गैस और डायरिया जैसी पाचन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वैसे ये समस्याएं किसी और वजह से भी हो सकती हैं, इसलिए ऐसा कुछ होने पर डॉक्टरी जांच को प्राथमिकता दें।
#2
हो सकती है फैटी लिवर की बीमारी
किशमिश का अधिक सेवन लिवर के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है।
दरअसल, किशमिश हाई ट्राइग्लिसराइड्स युक्त होती है, जिसके कारण फैटी लिवर का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि ट्राइग्लिसराइड्स खून में मौजूद एक तरह का फैट होता है, जिसकी अधिकता शरीर को फैटी लिवर से लेकर हृदय रोग का शिकार बना सकती है।
इसलिए सीमित मात्रा में किशमिश का सेवन करें ताकि शरीर में इसकी अधिकता न हो।
#3
मधुमेह होने का रहता है खतरा
किशमिश का अधिक सेवन शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ा सकता है और इससे व्यक्ति के इंसुलिन में भी बदलाव होने लगता है।
यह बदलाव मधुमेह का खतरा उत्पन्न कर सकता है। बता दें कि मधुमेह एक गंभीर समस्या है, जो व्यक्ति को मौत के मुंह में भी धकेल सकती है।
इसलिए जिन लोगों को पहले से ही मधुमेह है तो वे कम ही किशमिश का सेवन करें। वहीं, स्वस्थ व्यक्ति भी सीमित मात्रा में किशमिश खाएं।
#4
गर्भावस्था में पहुंचा सकती है नुकसान
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए भी किशमिश का अधिक सेवन नुकसानदायक है।
इसका मुख्य कारण है कि किशमिश में उच्च फाइबर मौजूद होता है, जिनकी अधिक मात्रा से गर्भवती महिला और होने वाले शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
इसलिए अगर कोई महिला गर्भवती है तो वह किशमिश का सेवन न करें या फिर बेहद कम मात्रा में करें।
यही नहीं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी किशमिश का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।