कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में लॉन्च हुई नाक द्वारा दी जाने वाली पहली दवा
कोरोना वायरस के नए वेरिएंटों के कारण देश में बार-बार नई लहर आ रही है। वैक्सीनेशन के बाद भी लोग महामारी की चपेट में आ रहे हैं। इसी बीच मुंबई की ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने देश में वयस्क कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए पहली नेजल स्प्रे (नाक द्वारा दी जाने वाली दवा) फैबीस्प्रे (FabiSpray) को लॉन्च कर दिया है। इसके लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग की मंजूरी भी मिल चुकी है।
ग्लेनमार्क ने कनाडाई कंपनी के साथ मिलकर तैयार किया है स्प्रे
NDTV के अनुसार, ग्लेनमार्क ने कोरोना वायरस के खिलाफ तैयार किए गए इस नाइट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे (NONS) को फैबीस्प्रे ब्रांड से बाजार में उतारा है। कंपनी ने इसका निर्माण कनाडाई फार्मा कंपनी सैनोटाइज (SaNOtize) के साथ मिलकर किया है।
"48 घंटे में 99 प्रतिशत कम करता है वायरल लोड"
ग्लेनमार्क की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "नेजल स्प्रे ने भारत में आयोजित तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में सभी आवश्यक बिंदुओं पर बेहतर परिणाम दिखाए हैं। यह नेजल स्प्रे ने 24 घंटों में वायरल लोड को 94 प्रतिशत और 48 घंटों में 99 प्रतिशत तक कम करने में सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है।" कंपनी ने कहा, "ट्रायल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों ने NONS को सुरक्षित और अच्छी तरह से सहन किया है।"
कैसे काम करता है नेजल स्प्रे?
कंपनी ने दावा किया, "जब NONS को नाक के म्यूकोसा (नाक की ऊपरी सतह) पर छिड़का जाता है तो यह वायरस के खिलाफ एक भौतिक और रासायनिक बाधा के रूप में कार्य करता है। इसने SARS-CoV-2 पर प्रत्यक्ष विषाणुनाशक प्रभाव के साथ एंटी-माइक्रोबियल गुण साबित किए हैं।" कंपनी ने कहा, "NONS का जब नाक के म्यूकोसा पर छिड़काव किया जाता है तो यह वायरस के खिलाफ भौतिक और रासायनिक बाधा पैदा करते हुए उसे फेफड़ों में फैलने से रोकता है।"
कोरोना मरीजों के लिए प्रभावी उपचार विकल्प है नेजल स्प्रे- क्रोकार्ट
ग्लेनमार्क के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी राबर्ट क्रोकार्ट ने नेजल स्प्रे को कोरोना के खिलाफ प्रभावी और सुरक्षित उपचार बताते हुए कहा, "हमें विश्वास है कि यह कोरोना मरीजों को आवश्यक और समय पर उपचार प्रदान करेगा। यह महत्वपूर्ण है कि हम कोरोना महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई का एक अभिन्न अंग हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हम नाइट्रिक आक्साइड नेजल स्प्रे (फैबीस्प्रे) के लिए DCGI की मंजूरी हासिल करने के बाद इसे लॉन्च करके बहुत खुश हैं।"
उत्साहजनक है तीसरे चरण के ट्रायल के परिणाम- डॉ टंडन
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड में क्लिनिकल डेवलपमेंट की प्रमुख डॉ मोनिका टंडन ने कहा, "तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में डबल ब्लाइंड, प्लेसीबो नियंत्रित परीक्षण के परिणाम काफी उत्साहजनक हैं। इसके रोगियों पर किए गए परीक्षण में काफी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।" उन्होंने कहा, "वर्तमान परिदृश्य में जब नए वेरएंटों में उच्च संक्रमण की दर देखी गई है, उसमें NONS देश को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक उपयोगी विकल्प प्रदान करता है।"
दो मिनट में अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा वेरिएंट को करता है खत्म- डॉ टंडन
डॉ टंडन ने कहा, "अमेरिका की यूटा स्टेट यूनिवर्सिटी में किए गए अध्ययनों के अनुसार, NONS ने 2 मिनट के भीतर कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और एप्सिलॉन वेरिएंट सहित SARS-Cov-2 वायरस को 99.9 प्रतिशत तक मारने की योग्यता सिद्ध की है।"
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 71,365 नए मामले सामने आए और 1,217 मरीजों की मौत हुई। इनमें पुरानी मौतें भी शामिल हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,24,10,976 हो गई है। इनमें से 5,05,279 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8,92,828 हो गई है। सक्रिय मामलों में लगातार 15वें दिन गिरावट आई है। ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देश तीसरी लहर का सामना कर रहा है।