जहां तक संभव होगा विमानों में खाली छोड़ी जाएंगी बीच की सीटें- DGCA
क्या है खबर?
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइंस से जितना संभव हो सके, उतना विमानों में बीच की सीट खाली छोड़ने का अनुरोध किया है। अगर वे ऐसा नहीं कर पाती हैं तो उन्हें यात्रियों को उनकी सुरक्षा के लिए फेस मास्क और शील्ड जैसे उपकरण देने होंगे।
सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद DGCA ने एयरलाइंस से ये अनुरोध किया है। इस आदेश में कोर्ट ने एयरलाइंस से बीच की सीट खाली छोड़ने को कहा था।
पृष्ठभूमि
25 मई से शुरू हुई हैं घरेलू उड़ानें
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच 25 मई को केंद्र सरकार ने चुनिंदा शहरों के लिए घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू किया था।
इन उड़ानों में बीच की सीट खाली नहीं छोड़ी जा रही है और इससे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन हो रहा है।
सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में एक महत्वपूर्ण हथियार है और इसके तहत छह फुट (दो गज) की दूरी बनाए रखना जरूरी है।
विशेष उड़ानें
विदेश से भारतीयों को वापस जा रहे विमानों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
इसके अलावा कोरोना वायरस संकट के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे 'वंदे भारत' मिशन में भी विमानों में बीच की सीटों को खाली नहीं छोड़ा जा रहा था।
एयर इंडिया के विशेष विमानों के जरिए इन भारतीयों को वापस लाया जा रहा है और इनमें सभी सीटों पर यात्री बैठाए जा रहे थे।
भारतीय नौसेना के जहाज भी भारतीयों को वापस लाने के इस मिशन में लगे हैं।
जानकारी
उड्डयन मंत्री ने कहा- सीट खाली छोड़ने पर आसमान पर पहुंच जाएंगे किराए
घरेलू उड़ानें शुरू होने के वक्त जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से इस बारे में सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि बीच की सीटें खाली छोड़े जाने पर हवाई किराए आसमान पर पहुंच सकता है।
आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था बीच की सीट खाली छोड़ने का आदेश
इस बीच ये मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया जिसने केंद्र सरकार और एयर इंडिया को विमानों में बीच की सीट खाली छोड़ने का आदेश दिया।
फैसला सुनाते हुए मुख्य न्यायाधीश (CJI) एसए बोबड़े ने एयर इंडिया से कहा, "ये सामान्य समझ है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना महत्वपूर्ण है। बाहर कम से कम छह फुट की सोशल डिस्टेंसिंग होनी चाहिए, लेकिन विमानों के अंदर क्या?"
CJI ने कहा था कि एक-दूसरे के पास बैठने पर वायरस का ट्रांसमिशन होगा।
सलाह
बीच की सीट पर बैठने वाले यात्रियों को देने होंगे अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण
सुप्रीम कोर्ट ने ये आदेश केवल विदेश से भारतीयों को वापस ला रहे विमानों को लेकर दिया था, लेकिन इसका घरेलू उड़ानों पर असर पड़ना भी तय था।
अब DGCA ने एयरलाइंस को बीच की सीट खाली छोड़ने की सलाह दी है। अगर वे ऐसा करने में नाकाम रहते हैं तो उन्हें बीच की सीट पर बैठने वाले यात्रियों को फेस मास्क और शील्ड के साथ-साथ शरीर को चारों तरफ से घेरने वाले गाउन जैसा सुरक्षा उपकरण देना होगा।