अहमदाबाद: प्रसिद्ध ज्योतिषी बेजान दारूवाला का 89 साल की आयु में निधन
मशहूर ज्योतिषी बेजान दारूवाला का शुक्रवार को अहमदाबाद के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वह 89 साल के थे और गत दिनों उन्हें निमोनिया की शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, उनके स्वास्थ्य को लेकर यह भी कहा जा रहा था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित थे, लेकिन उनके पुत्र ने इन बातों को अफवाह करार दिया है। उन्होंने बताया कि उनके पिता को निमोनिया की शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था।
वेंटीलेटर सपोर्ट पर चल रहे थे दारूवाला
कथित तौर पर, दारूवाला को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत होने पर अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दुर्भाग्य से यह कोरोना वायरस के संक्रमण से मिलता लक्षण है। अस्पताल में उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। ज्योतिषी के निधन पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्वीट किया, 'मैं प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री बेजान दारुवाला के निधन से दुखी हूं। मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदना। ओम शांति।'
कोरोना संक्रमण की खबरों को बताया अफवाह
दारुवाला के बेटे नास्तूर ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "मेरे पिता निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित हैं, न कि कोरोना वायरस से, जैसा कि कुछ रिपोर्टों में बताया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "मैंने हाल ही में वीडियो कॉल के माध्यम से उनसे बात की थी और वह बेहतर स्थिति में थे।" दूसरी ओर मीडियो रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि अहमदाबाद नगर निगम ने 22 मई को उनके कोरोना संक्रमित की पुष्टि की थी।
ज्योतिष के ज्ञाता और गणेश भक्त थे दारूवाला
दारुवाला का जन्म 11 जुलाई, 1931 को एक ज्योतिषी परिवार में हुआ था। वह एक हिन्दू भगवान श्रीगणेश के परम भक्त भक्त थे। वह एक प्रसिद्ध ज्योतिषी भी थे और विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर कई शो में नजर आए थे। ऐसा कहा जाता है कि दारूवाला ने अटल बिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई और नरेंद्र मोदी सहित कई प्रधानमंत्रियों के लिए चुनावी जीत की भविष्यवाणी की थी। इनके सही होने पर उनकी पूछ बढ़ गई थी।
दारूवाला ने कोरोना वायरस को लेकर भी की थी भविष्यवाणी
भारत सहित पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के फैलने के दौरान बेजान दारूवाला ने भविष्यवाणी की थी कि कोरोना के लिए अब एक कठिन समय होगा। उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि संजय गांधी की दुर्घटना में मौत होगी। इसके बाद 23 जून, 1980 को संजय गांधी की सफदरजंग हवाई अड्डे के पास एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी। ऐसे में उनकी भविष्यवाणियों को महत्व दिया जाता था। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले हैं।