दिल्ली में बाढ़: यमुना के जलस्तर में कमी, लेकिन अभी भी खतरे के निशान से ऊपर
दिल्ली में शनिवार को हुई भारी बारिश के बाद यमुना नदी में आई बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन यह अभी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। रविवार सुबह 10 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 से ऊपर 205.98 मीटर पर दर्ज किया गया। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के मुताबिक, आज रात 10 बजे तक जलस्तर 205.75 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है।
ITO और राजघाट में अभी भी जलभराव
दिल्ली के ITO और राजघाट समेत अन्य इलाकों में अभी भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण कई स्थानों पर भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के आसपास कई अन्य इलाकों में भी जलभराव है। दिल्ली नगर निगम (MCD) के कर्मचारी इन इलाकों से पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं दिल्ली मेट्रो के यमुना बैंक स्टेशन पर प्रवेश और निकास द्वार खोल दिए गए हैं।
चंद्रावल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट हुआ शुरू
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बताया कि चंद्रावल स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को दोबारा शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि यमुना के जलस्तर में हो रही कमी के बीच जलमग्न वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट को भी खोलने की भी कोशिशें लगातार की जा रही हैं। बता दें कि ओखला में स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में शनिवार को काम फिर से शुरू कर दिया गया था।
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने उठाए सवाल
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के LG से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात को फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे से लौटने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना के साथ दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को लेकर बात की। LG ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश पहुंचते ही फोन कर दिल्ली में बाढ़ की स्थिति का विस्तृत ब्योरा लिया और किये जा रहे सम्बंधित प्रयासों की पूरी जानकारी ली। उन्होंने दिल्लीवासियों के हित में हरसंभव कार्य करने के निर्देश दिए।'
दिल्ली में क्यों नहीं हो रही पानी की निकासी?
यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन इसका बाढ़ग्रस्त दिल्ली के इलाकों पर कोई खास असर नहीं पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण है कि ITO बैराज के कई गेट अभी भी जाम हैं। भारतीय सेना और भारतीय नौसेना के जवान इन गेट को खोलने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि 32 गेट में से 4 गेट अभी भी जाम हैं, जिनके खुलने के बाद पानी की तेज निकासी हो पाएगी।