
दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस से पहले 2,000 जिंदा कारतूसों के साथ छह लोग गिरफ्तार
क्या है खबर?
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को 2,000 जिंदा कारतूसों के साथ छह लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार हुए लोगों में एक गन हाउस का मालिक भी शामिल है।
पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया ये आरोपी आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा लग रहे हैं, लेकिन इसमें आतंकी दृष्टिकोण को खारिज नहीं किया जा सकता।
यह भी दावा किया जा रहा है कि आरोपी गोला-बारूद की तस्करी में शामिल रहे हैं।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
लखनऊ और जौनपुर पहुंचाई जानी थी खेप
पुलिस ने बताया कि कारतूसों की इस खेप को लखनऊ और जौनपुर पहुंचाया जाना था। इन्हें देहरादून स्थित एक लाइसेंस प्राप्त गन हाउस से खरीदा गया था। गन हाउस का मालिक परीक्षित नेगी दूसरी दुकानों पर कारतूस बेचने के फर्जी वाउचर बनाता था, लेकिन वह महंगी कीमत पर इन्हें गैंगस्टर को दिया करता था।
उन्होंने कहा कि एक हैंडलर सद्दाम को जौनपुर से गिरफ्तार किया गया है। इन्हें ले जाने के दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तारी
दिल्ली से हुई थी 'IS के सक्रिय सदस्य' की गिरफ्तारी
बीते सप्ताह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कथित तौर पर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) मॉड्यूल की गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया था।
एजेंसी ने बताया कि शनिवार को बाटला हाउस में जांच के बाद यह गिरफ्तारी हुई है।
आरोपी की पहचान पटना के रहने वाले मोहसिन अहमद के तौर पर हुई है। अहमद पर भारत और विदेशों से IS के समर्थकों से पैसा जुटाने का आरोप है।
सतर्कता
स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए अलर्ट है दिल्ली पुलिस
स्वतंत्रता दिवस से पहले खुफिया एजेंसियों की तरफ से मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस सतर्क हो गई है।
खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि इस खास मौके पर आतंकी संगठन रंग में भंग डालने की कोशिश कर सकते हैं। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने लाल किले और दूसरे महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
खुद दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा लाल किले पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले चुके हैं।
सुरक्षा व्यवस्था
छावनी में तब्दील होगा लाल किला और आसपास का क्षेत्र
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हैं।
पुलिस का कहना है कि लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था पूरी कर ली गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के करीब 7,000 जवानों को तैनात किया जाएगा। जिन मार्गों से अति महत्वपूर्ण लोग गुजरेंगे, वहां नजर रखने के लिए करीब 1,000 CCTV कैमरे लगाए जाएंगे।
इसके अलावा लाल किले की आसपास की इमारतों पर स्नाइपर्स को तैनात किया जाएगा।