पश्चिम बंगाल: राज्यपाल का आरोप- ममता बनर्जी ने राजभवन को सर्विलांस पर रखा
पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है। धनखड़ ने ममता के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि राजभवन को सर्विलांस पर रखा गया है और उनके कार्यालय के दस्तावेज लीक हो रहे हैं। यह राजभवन की शुचिता को कम करने वाला है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दूसरी पुण्यतिथि के मौके पर मीडिया से बात करते हुए ये आरोप लगाए।
राजभवन की शुचिता को कम किया जा रहा- धनखड़
धनखड़ ने कहा, "मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि राजभवन को सर्विलांस पर रखा गया है। ऐसे दस्तावेज और सूची, जो मेरी मंजूरी के बिना बाहर नहीं जा सकते, उन्हें सर्कुलेट किया जा रहा है। दस्तावेज खरीदे जा रहे हैं। मैंने इस मामले में जांच शुरू की है। जिन्होंने ये किया है उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।" उन्होंने कहा कि राजभवन की शुचिता को कमजोर किया जा रहा है और वो इसे बचाने की पूरी कोशिश करेंगे।
किसी भी हाल में सर्विलांस बर्दाश्त नहीं होगा- धनखड़
राज्यपाल ने कहा कि 14 अगस्त को राजभवन से ऐप के जरिये एक दस्तावेज शेयर किया गया, जो बाद में एक बड़े सरकारी अधिकारी ने उन्हें वापस भेजा। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी राजनीतिक नहीं हो सकते। उन्हें निष्पक्ष होना चाहिए। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वो अपना काम नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि वो सर्विलांस को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ममता के 'एट होम' कार्यक्रम में न पहुंचने पर जताई हैरानी
राज्यपाल धनखड़ ने ममता बनर्जी के 'एट होम' कार्यक्रम में शामिल न होने पर भी हैरानी जताई है। स्वतंत्रता दिवस की परंपरा के तहत राजभवन में राज्यपाल 'एट होम' कार्यक्रम की मेजबानी करते हैं। इस बार ममता बनर्जी शनिवार को कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बिना पूर्व निर्धारित दौरे पर राजभवन आई थीं। उन्होंने मीडिया को बताया कि उनकी राज्यपाल के साथ अनौपचारिक बातचीत हुई है। वहीं राज्यपाल ने कहा कि ममता का दौरा परंपरा के अनुरूप नहीं था।
ममता की अनुपस्थिति से स्तब्ध- धनखड़
राजभवन में परंपरागत समारोह से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अनुपस्थिति को लेकर धनखड़ ने उनकी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि समारोह में बनर्जी की अनुपस्थिति से वह 'स्तब्ध' हैं और इसके बारे में कुछ कहने के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं। उन्होंने ममता बनर्जी के लिए तय की गई खाली कुर्सी की तस्वीर शेयर करता हुए लिखा कि यह खाली कुर्सी अपने आप में काफी कुछ बताती है। यह बंगाल की संस्कृति के खिलाफ है।