चक्रवात 'बिपरजॉय' गुजरात तट से टकराया; सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए हजारों लोग, अलर्ट पर नौसेना
चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' गुजरात के तट से टकरा गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इसकी जानकारी दी है। इसी के साथ तटीय इलाकों में तेज हवा चलना शुरू हो गई है। 25 टीमों के साथ नौसेना को अलर्ट पर रखा गया है। तटीय इलाकों से करीब 1 लाख लोगों को अहतियातन राहत शिविरों में भेज दिया गया है। इस बीच अस्पतालों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
अभी कहां है चक्रवात?
ताजा जानकारी के मुताबिक, चक्रवात बिपरजॉय जखाऊ पोर्ट से मात्र 80 किलोमीटर दूर है। यह उत्तर-पूर्व की ओर 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और कच्छ, सौराष्ट्र से टकरा सकता है। लैंडफॉल की प्रक्रिया रात करीब 12 बजे तक जारी रहने का अनुमान है। सौराष्ट्र-कच्छ तट पर हवा की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंच गई है। इस दौरान बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए हैं।
NDRF और SDRF की कई टीमें तैनात
गुजरात में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 18, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की 12, राज्य सड़क एवं भवन विभाग की 115 और राज्य बिजली विभाग की 397 टीमें तैनात की गई हैं। NDRF ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 100 से ज्यादा नावों को भी तैयार कर रखा है। करीब इतनी ही नावों के साथ SDRF भी मुस्तैदी से जुटी हुई है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी NDRF टीमें तैनात हैं।
'बिपरजॉय' की वजह से मांडवी में तेज हवाएं चल रही हैं
स्टैंडबाय पर 7 विमान और 15 जहाज
भारतीय तटरक्षक बल के कमांडर महानिरीक्षक एके हरबोला ने बताया कि 'बिपारजॉय' को देखते हुए 15 जहाज और 7 एयरक्राफ्ट को स्टैंडबाय पर रखा गया है। इसके अलावा किसी भी स्थिति से निपटने में मदद के लिए दमन में 4 विशेष डोर्नियर एयरक्राफ्ट और 3 हेलीकॉप्टर भी तैयार हैं। भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना को भी राहत और बचाव कार्य के लिए गुजरात की ओर रवाना किया जा रहा है।
कई इलाकों में बारिश
चक्रवात की वजह से गुजरात के कई इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं और बारिश हो रही है। IMD के मुताबिक, गुजरात के द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, राजकोट, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और कच्छ जिले में अगले 3 घंटे मध्यम बारिश के साथ हल्की गरज और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। समुद्र में दोपहर से ही 4 से 5 फीट ऊंची लहरें उठ रही हैं।
16 जून तक जामनगर एयरपोर्ट बंद
तेज हवाओं और बारिश की वजह से मांडवी में बिजली सप्लाय बंद कर दी गई है। यहां धारा 144 लागू की गई है। प्रशासन लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहा है। कई जगहों पर तेज हवाओं से पेड़ गिरने की भी खबर है। जामनगर एयरपोर्ट पर 16 जून तक सभी व्यावसायिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। केवल आपातकालीन और बचाव कार्य से जुड़े विमानों के लिए ही एयरपोर्ट खुला रहेगा।