तेज हुआ चक्रवाती तूफान टाउते, मुंबई में शिफ्ट किए गए सैकड़ों कोरोना संक्रमित
मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान टाउते को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है। अनुमान है कि यह आज मुंबई के पास से निकलेगा। इसे देखते हुए बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) ने कई कोरोना संक्रमितों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट कर दिया है। शनिवार रात को BMC ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्पेक्स (BKC) जंबो फैसिलिटी से 243, दहिसर से 183 और मुलुंड फैसिलिटी से 154 मरीजों को राज्य के सरकारी अस्पतालों में भेजा है। यह तूफान मंगलवार को गुजरात तट से टकराएगा।
दोपहर बाद मुंबई में भारी बारिश का अनुमान
शुक्रवार शाम को BMC ने सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया था ताकि मरीजों की शिफ्टिंग को लेकर इंतजाम किए जा सके। सभी इंतजाम होने के बाद शनिवार रात को इन मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेज दिया गया। दोपहर बाद मुंबई में भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि रविवार को गोवा और महाराष्ट्र के तट पर 60-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
इस साल भारत के तट से टकराने वाला पहला तूफान
इस साल भारत के तट से टकराने वाला यह पहला चक्रवाती तूफान है। इस तूफान को म्यांमार ने टाउते नाम दिया है। स्थानीय भाषा में इसका मतलब छिपकली होता है। फिलहाल अरब सागर में तट की तरफ बढ़ रहे इस तूफान ने गंभीर श्रेणी में प्रवेश कर लिया है। अगले 12 घंटों में यह और तेज होने जा रहा है। माना जा रहा है कि इसके चलते मुंबई समेत कई तटीय इलाकों में आज भारी बारिश हो सकती है।
मंगलवार को गुजरात में तट से टकराएगा
मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, यह तूफान मंगलवार सुबह तक गुजरात के पोरबंदर और महुवा के बीच तट से टकरा सकता है। इस तूफान का सबसे ज्यादा असर गुजरात में देखा जाएगा। गुजरात के अलावा केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और गोवा आदि राज्य भी इससे प्रभावित होंगे। केरल में बीते दिन भारी बारिश हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि इन राज्यों में राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए 100 बचाव टीमों को तैनात किया गया है।
गुजरात के इन इलाकों में नुकसान की आशंका
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टाउते को लेकर गुजरात सरकार को परामर्श भेजा है। इसमें कहा गया है कि देवभूमि द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, जामनगर, राजकोट, अमरेली और मोरबी आदि जिलों में घरों, सड़कों, बिजली और दूरसंचार लाइनों के नुकसान की आशंका है। इसमें आगे कहा गया है कि 17 मई की सुबह से दक्षिण गुजरात तट से लगे इलाके में समुद्र बहुत अशांत रहेगा और 2-3 मीटर ऊंची समुद्री लहर उठ सकती हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने की उच्च स्तरीय बैठक
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक कर इस आपदा से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया था। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों से सभी लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाने और उनके लिए बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल समेत जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।
राहत काम में NDRF के साथ-साथ वायुसेना और नौसेना भी तैनात
NDRF के साथ-साथ भारतीय वायुसेना और नौसेना को राहत कार्यों में जुटाया गया है। NDRF ने मंगलवार तक मछुआरों को समुद्र में जाने की सलाह दी है और तटों पर हर प्रकार की गतिविधि पर रोक लगा दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद देश के सभी तटीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया है। कई राज्यों में जिला और तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।