महाराष्ट्र में चल रहा हनुमान चालीसा बनाम अजान विवाद क्या है?
महाराष्ट्र में इन दिनों मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर तेज आवाज में नमाज (अजान) पढ़ने को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के मस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद कराने की आवाज उठाने और MNS कार्यकर्ताओं के लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने के बाद यह विवाद गहराता जा रहा है। ऐसे में अब यह विवाद राजनीतिक रूप भी लेता जा रहा है। आएये जानते हैं आखिर क्या है हनुमान चालीसा बनाम अजान विवाद।
राज ठाकरे की मांग से हुई विवाद की शुरुआत
बता दें कि MNS प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, "मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो हम मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर लगाकर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाने लगेंगे।" उन्होंने यह भी कहा था, "मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मुझे अपने धर्म पर गर्व है और लाउडस्पीकरों को बंद किया जाना चाहिए।"
राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री पर भी साधा था निशाना
राज ठाकरे ने अपने चेचेरे भाई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, "मुख्यमंत्री ने चुनावों के दौरान जिन ताकतों का विरोध किया था, चुनाव बाद उनके साथ गठबंधन करके सरकार बना ली। ऐसा करके उन्होंने मतदाताओं के साथ विश्वासघात किया है।" उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर सरकार के गठन के बाद से ही राज्य में जातिवादी हिंसा फैलाने का आरोप लगाया और इससे बाहर निकलने की अपील की।
MNS कार्यकर्ताओं ने लाउडस्पीकर पर बजाई हनुमान चालीसा
राज ठाकरे की चेतावनी के बाद MNS कार्यकर्ताओं ने महेंद्र भानुशाली के नेतृत्व में रविवार को गुड़ी पड़वा के पर्व पर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर दिया। इसके बाद कई कार्यकर्ताओं ने पेड़ों पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाई। इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने हुनमान चालीसा को बंद कराकर कार्यकर्ता महेंद्र भानुशाली को हिरासत में ले लिया और उन पर 5,050 रुपये का जुर्माना लगा दिया। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
MNS कार्यकर्ता ने पुलिस कार्रवाई को बताया उत्पीड़न
पुलिस की कार्रवाई को MNS कार्यकर्ता महेंद्र भानुशाली उत्पीड़न करार दिया है। उनका कहना था कि उनके केवल आरती करने पर ही पुलिस ने कार्रवाई की है। इसी बीच भाजपा के सबसे अमीर नेताओं में शामिल मोहित कंबोज ने कहा कि पुलिस ने हनुमान चालीसा बजाने पर 5,050 रुपये का जुर्माना लगाया है। मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे बताए कि क्या लाउडस्पीकर पर अजान देने पर भी वह यही कार्रवाई करेंगे। कानून सबके लिए समान है।
मोहित कंबोज ने दिया मुफ्त लाउडस्पीकर का प्रस्ताव
इस मामले में भाजपा नेता मोहित कंबोज ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'जिस किसी को भी मंदिर में लाउडस्पीकर लगाने की आवश्यकता है, वह हमसे मुफ्त मांग सकता है! सभी हिंदुओं की एक आवाज होनी चाहिए! जय श्री राम! हर हर महादेव!'
संजय राउत ने साधा राज ठाकरे पर निशाना
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने राज ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "राज ठाकरे कल मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों को हटाने की बात कर रहे थे। पहले देखिए, कौन से भाजपा शासित राज्यों में अजान बंद हो गई है, मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं। यह महाराष्ट्र है, जहां देश के कानून का पालन किया जाता है।" बता दें कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने के शुरुआती समर्थकों में थे।
गृह मंत्री ने की राज ठाकरे के बयान की आलोचना
इस मामले में महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने राज ठाकरे के बयान की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के बयान समाज को विभाजित करने का प्रयास मात्र है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने इस विवाद पर एक जिज्ञासु रुख अपनाया है। एक जूस स्टॉल शुरू करते हुए दावा करते हुए उन्होंने कहा कि मुसलमान हनुमान चालीसा गाने वालों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं और उन्हें पेय की पेशकश करेंगे।
पवार ने बोला राज ठाकरे पर हमला
NCP प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी पर जाति की राजनीति करने के आरोप लगाने वाले राज ठाकरे के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि MNS अध्यक्ष किसी भी मुद्दे पर कभी एक राय नहीं रखते। वह तीन से चार महीने तक सोते रहते हैं और अचानक भाषण देने के लिए जाग जाते हैं, यह उनकी खासियत है। उन्होंने कहा कि पता कि वह इतने महीनों तक क्या करते हैं। उनका जन्म जातिगत टिप्पणियों के लिए ही हुआ है।