जानवरों पर ट्रायल में सफल साबित हुई देश की पहली संभावित कोरोना वैक्सीन
भारत की कोरोना वायरस की पहली संभावित वैक्सीन जानवरों पर हुए ट्रायल में सुरक्षित और असरकारक साबित हुई है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक की कोवैक्सिन नामक यह संभावित वैक्सीन जानवरों में कोरोना वायरस के प्रति मजबूत सुरक्षा पैदा करने में सफल हुई है। कंपनी ने खुद बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी है। इसके साथ ही इस वैक्सीन ने ट्रायल का बेहद शुरुआती चरण सफलतापूर्वक पार कर लिया है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
20 बंदरों पर किया गया ट्रायल
कंपनी ने जानकारी दी प्री-क्लिनिकल ट्रायल के दौरान 20 बंदरों को कोवैक्सिन की दो खुराकें दी गई। इन खुराकों के बीच 14 दिनों का अंतर था। इन बंदरों को चार समूहों में बांटा गया था। एक समूह को फॉस्फेट बफर सलाइन और बाकी तीन को अलग-अलग मात्रा में कोवैक्सिन की खुराक दी गई। अलग-अलग मात्रा में खुराक का उद्देश्य यह देखना था कि इसकी कितनी खुराक संक्रमण से बचाव में मदद कर सकती है।
जीवित कोरोना वायरस से बंदरों को किया गया संक्रमित
वैक्सीन की दूसरी खुराक देने के दो सप्ताह बाद इन बंदरों को जीवित SARS-CoV-2 (कोरोना वायरस) से संक्रमित किया गया। इसके बाद उन पर इस खतरनाक वायरस के खिलाफ वैक्सीन के असर को देखने के लिए उनके खून, नाक और गले के स्वैब और दूसरे सैंपल लिए गए। साथ ही उनकी छाती का एक्सरे भी किया गया। इनके अलावा बंदरों पर वैक्सीन के साइड इफेक्ट देखने के लिए भी नजर रखी गई।
उम्मीद के मुताबिक ट्रायल के नतीजे
सैंपल के नतीजों में उम्मीद के मुताबिक नतीजे देखने को मिले। नतीजों में इस बात की पुष्टि हुई कि कोवैक्सिन कोरोना वायरस के खिलाफ बचाव में सक्षम है। यह शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने वाली एंटीबॉडीज विकसित करती है और यह जानवरों के नाक, गले और फेफड़ों में इस खतरनाक वायरस को बढ़ने से रोकती है। इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि जिन जानवरों को भारत बायोटेक की यह वैक्सीन दी गई, उनमें निमोनिया के लक्षण नहीं दिखे।
क्या वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट देखे गए?
प्री-क्लिनिकल ट्रायल में असरकारक साबित होने के साथ-साथ यह वैक्सीन सुरक्षित भी साबित हुई है और शोधकर्ताओं को बंदरों में किसी तरह के गंभीर साइड-इफेक्ट देखने को नहीं मिले। कंपनी ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है।
इंसानों पर असर जांचने के लिए ट्रायल जारी
प्री-क्लिनिकल ट्रायल में सफल होने के बाद इस वैक्सीन को मंजूरी लेने से पहले लंबा सफर तय करना बाकी है। इंसानों पर इस वैक्सीन के असर और सुरक्षा को जांचने के लिए इंसानी ट्रायल की जरूरत होती है, जो देश के कई हिस्सों में जारी है। यह वैक्सीन इंसानी ट्रायल के तीसरे चरण में पहुंच गई है। कुछ महीनों में इसके नतीजे सामने आएंगे। इसके 1/2 चरण में कुल 1,125 स्वस्थ वॉलेंटियर को इसकी खुराक दी गई थी।
वैक्सीन के इंतजार के बीच संक्रमितों की संख्या 46 लाख पार
वैक्सीन के लंबे होते इंतजार के बीच देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते हुए 46 लाख से पार हो गए हैं। बीते दिन 97,570 नए मामले सामने आए। महामारी की शुरुआत के बाद किसी देश में एक दिन में मिले नए मरीजों की यह सबसे बड़ी संख्या है। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 46,59,984 हो गई है और 77,472 लोगों की इस खतरनाक वायरस के कारण मौत हो चुकी है।