NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर, अध्ययन में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
    अगली खबर
    जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर, अध्ययन में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य

    जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर, अध्ययन में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य

    लेखन भारत शर्मा
    Sep 08, 2020
    06:12 pm

    क्या है खबर?

    इंसानों द्वारा पर्यावरण के साथ किए जा रहे "सौतेले" व्यवहार चलते अब प्रकृति ने अपना नकारात्मक रूप दिखाना शुरू कर दिया है।

    इसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए खतरे की घंटी बजना शुरू हो गई है। दोनों प्रदेशों में स्थित करीब 12,243 ग्लेशियर बड़ी तेजी से पिघल रहे हैं।

    ग्लेशियर पर किए गए अध्ययन के अनुसार ये सभी ग्लेशियर प्रत्येक वर्ष औसतन 35 सेंटीमीटर तक पिघल रहे हैं। ग्लेशियरों का इस रफ्तार से पिघलना बड़ी चिंता का विषय है।

    अध्ययन

    सैटेलाइट डाटा का उपयोग कर किया गया है अध्ययन

    इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार जर्नल ऑफ साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित इस अध्ययन को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख इलाके में नियंत्रण रेखा (LOC) और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के क्षेत्रों सहित सभी क्षेत्रों में किया गया था।

    रिपोर्ट के लिए 12,243 ग्लेशियर की प्रवृत्ति, बदलाव और स्थिति के बारे में रिसर्च किया गया है। इसके लिए सैटेलाइट डाटा का भी इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में इसमें गलती की गुंजाइश बहुत कम है।

    स्थिति

    पीर पंजाल रेंज में सबसे अधिक तेजी से पिघल रहे हैं ग्लेशियर

    कश्मीर यूनिवर्सिटी के जियो इंफार्मेटिक डिपार्टमेंट के तारिक अब्दुल्ला, डॉ इरफान रशीद और प्रोफेशर शकील रोमशो द्वारा किए गए अध्ययन में सामने आया है कि साल 2000 से 2012 के बीच में हिमालय की पीर पंजाल रेंज में ग्लेशियर सबसे अधिक तेजी यानी प्रति वर्ष एक मीटर के हिसाब से पिघल रहे हैं। काराकोरम रेंज के ग्लेशियरों में यह रफ्तार सालाना 10 सेंटीमीटर की है।

    यह अध्ययन रिपोर्ट यूनाइटेड किंगडम (UK) आधारित नेचर रिसर्च साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

    शम्सबरी ग्लेशियर

    हर साल पिघल जाती है शम्सबरी ग्लेशियर की 128 सेंटीमीटर मोटी परत

    रोमशो ने स्टडी में बताया कि कुछ ग्लेशियर काराकोरम रेंज में आगे बढ़ रहे हैं या स्थिर हैं। ग्रेटर हिमालयन रेंज, जंस्कार रेंज, शम्सबरी ग्लेशियर, लेह पर्वतमाला जैसी अन्य पर्वत श्रृंखलाओं में ग्लेशियर पिघल रहे हैं, लेकिन दर परिवर्तनीय है।

    शम्सबरी ग्लेशियर की 128 सेंटीमीटर मोटी परत हर साल पिघल जाती है। ग्लेशियर की परत हिमालय की जंस्कार रेंज में भी कम हो रही है। इस क्षेत्र में हर साल 117 सेंटीमीटर परत पिघल रही है।

    डाटा

    विशेषज्ञों ने इस तरह एकत्र किया डाटा

    कश्मीर यूनिवर्सिटी के जियो इंफार्मेटिक डिपार्टमेंट के तारिक अब्दुल्ला, डॉ इरफान रशीद सहित अनुसंधान टीम ने NASA द्वारा साल 2000 में और जर्मन अंतरिक्ष एजेंसी DLR द्वारा 2012 में किए गए दो उपग्रह प्रेक्षणों का उपयोग किया।

    उन्होंने पूरे ऊपरी सिंधु बेसिन पर ग्लेशियर की मोटाई में परिवर्तन का निर्धारण करने के लिए 12,000 से अधिक ग्लेशियरों को मिलाकर इस डाटा का पता लगाया है। यह इस तरह का दुनिया का पहला अध्ययन है।

    गंभीरता

    12 साल में पिघली 70 गीगा टन बर्फ

    रोमशो ने बताया कि अध्ययन के अनुसार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र में 2000 से 2012 के बीच कुल 70.32 गीगा टन बर्फ पिघल गई। यदि यह स्थिति जारी रही तो आने वाले समय में भारी पेयजल संकट से जूझना पड़ेगा।

    उन्होंने कहा कि जीवश्म ईंधन के बढ़ते उपयोग से हर साल तापमान में बढ़ोतरी हो रही है और यही कारण है कि ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो घातक परिणाम सामने आएंगे।

    अनुमान

    सदी के अंत तक 6.9 डिग्री तक बढ़ जाएगा तापमान

    29 जुलाई को क्लाईमैटिक चेंज नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जलवायु परिवर्तन के कारण सदी के अंत तक 6.9 डिग्री सेल्सियस तक तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

    इसमें चेतावनी जारी की गई है कि यदि ऐसा होता है तो सदी के अंतर तक हिमालय क्षेत्र के ग्लेशियर 85 प्रतिशत तक पिघल जाएंगे। इसके बाद मानव जाति के लिए धरती पर जीना मुश्किल हो जाएगा।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    कश्मीर
    जम्मू-कश्मीर
    जम्मू

    ताज़ा खबरें

    शेयर बाजार में 900 अंक से ज्यादा उछला सेंसेक्स, क्या है तेजी की वजह? शेयर बाजार समाचार
    IPL 2025 में धमाल मचाने के बाद घर पहुंचे वैभव सूर्यवंशी, ऐसे हुआ स्वागत वैभव सूर्यवंशी
    कौन हैं आकांक्षा शर्मा, जिन्होंने 'केसरी वीर' के जरिए बॉलीवुड में रखा कदम? बॉलीवुड समाचार
    अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के आसपास होगा मिसाइल परीक्षण, इस दिन बंद रहेगा हवाई क्षेत्र अंडमान और निकोबार

    भारत की खबरें

    दिल्ली-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की कवायद शुरू, डाटा कलेक्शन के लिए निकाले टेंडर दिल्ली
    कोरोना वायरस: भारत ने बनाया "विश्व रिकॉर्ड", बीते दिन सामने आए 83,883 नए मामले दिल्ली
    UNSC: दो भारतीयों को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के पाकिस्तानी प्रस्ताव के विरोध में पांच देश चीन समाचार
    बढ़ते दबाव के बीच फेसबुक ने भाजपा विधायक टी राजा सिंह को बैन किया फेसबुक

    कश्मीर

    हनीमून के लिए विदेश क्यों जाना, जब भारत में हैं ये पांच बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशन भारत की खबरें
    कश्मीर: मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर, मरने वालों में जाकिर मूसा का उत्तराधिकारी शामिल जम्मू-कश्मीर
    सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा, जम्मू-कश्मीर में कब जारी रहेंगी पाबंदियां? जम्मू-कश्मीर
    कश्मीर में पाबंदियों के कारण हुआ कारोबार में 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान जम्मू-कश्मीर

    जम्मू-कश्मीर

    सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, कश्मीर के मोस्ट वांटेड आतंकवादी को मारा गिराया पुलवामा
    जम्मू-कश्मीर में फिलहाल बहाल नहीं होगी 4G इंटरनेट सुविधा, सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार भारत की खबरें
    सुरक्षा बलों ने नाकाम की पुलवामा जैसे हमले की साजिश, कार से 20 किलो IED बरामद भारत की खबरें
    जम्मू-कश्मीर: नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहा आतंकी ढेर, मुठभेड़ जारी पाकिस्तान समाचार

    जम्मू

    जम्मू बस स्टैंड पर ग्रेनेड से हमला, 29 लोग घायल पुलवामा
    श्रीनगर हाइवे पर जा रहे CRPF काफिले के पास कार में ब्लास्ट, याद आया पुलवामा हमला CRPF
    उत्तरी रेलवे ने छुट्टियों की वजह से शुरू की 'समर स्पेशल ट्रेनें', जुलाई तक मिलेगी सुविधा भारत की खबरें
    जम्मू-कश्मीर: 8 प्रतिशत वोट शेयर से 3 सीटें जीती NC, 28 प्रतिशत वाली कांग्रेस खाली हाथ कश्मीर
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025