
देश में कोरोना के मामलों में आया उछाल, मध्य प्रदेश ने मंगवाए 20,000 रेमेडेसिविर इंजेक्शन
क्या है खबर?
देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। फिलहाल कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या 3,000 से ज्यादा हो गई है। ये आंकड़ा बीते 67 दिन में सबसे ज्यादा है।
27 फरवरी से 5 मार्च के बीच कोरोना के 1,898 नए मामले सामने आए हैं। केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने 20,000 रेमेडिसिविर इंजेक्शन खरीदने की तैयारी कर ली है।
ट्रेंड
कैसे बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के मामले?
देश में पिछले पांच हफ्तों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ये जुलाई, 2022 के बाद से कोरोना के मामले बढ़ने की सबसे लंबी समयावधि है। इस वजह से सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,294 पर पहुंच गई है, जिसने प्रशासन समेत डॉक्टरों की चिंता भी बढ़ा दी है।
हालांकि, विशेषज्ञ इसे H3N2 वायरस से जोड़कर भी देख रहे हैं, क्योंकि दोनों ही बीमारियों के लक्षण लगभग एक जैसे हैं।
राज्य
किन राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के मामले?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना केस मिल रहे हैं। देश में कुल सक्रिय कोरोना मरीजों के आधे से ज्यादा मामले इन्हीं राज्यों से हैं।
केरल में सबसे ज्यादा 1,466, कर्नाटक में 454 और महाराष्ट्र में 419 सक्रिय मरीज हैं। केरल और कर्नाटक में गुरुवार को 1-1 मरीज की मौत भी हुई है।
बता दें कि कोरोना की शुरुआत से लेकर अब तक इन्हीं राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले मिले हैं।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश ने 20,000 रेमेडिसिविर इंजेक्शन मंगवाए
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने 20,000 रेमेडेसिविर इंजेक्शन और कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दूसरी दवाएं मंगवाई हैं।
इसके अलावा लिपोजोमल, एम्फोटेरिसिन-बी जैसी एंटी-फंगल दवाईयां भी मंगवाई गई हैं। इनका इस्तेमाल ब्लैक फंगस के इलाज में किया जाता है।
बता दें कि पिछली कोरोना लहर के दौरान राज्य में ब्लैक फंगस के भी सैकड़ों मामले सामने आए थे और कई लोगों की मौत हुई थी।
लक्षण
क्या हैं H3N2 इंफ्लुएंजा के लक्षण?
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के मुताबिक, H3N2 से संक्रमित मरीजों में बुखार, सर्दी-जुकाम, बदन दर्द, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं। कोरोना के मरीजों में भी इसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं।
IMA ने कहा कि ये लक्षण 5 से 7 दिन तक देखे जा सकते हैं। संक्रमित मरीज में बुखार 3 दिन के भीतर ही कम हो सकता है, लेकिन खांसी-सर्दी 3 हफ्ते तक रह सकती है।
AIIMS
कोरोना की तरह फैलता है H3N2 वायरस- पूर्व AIIMS प्रमुख
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने आशंका जताई थी कि आने वाले दिनों में H3N2 वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस कोरोना वायरस की तरह फैलता है और यह मौसम इस वायरस के म्यूटेट होने के लिए अनुकूल है।
डॉ गुलेरिया ने H3N2 के मामलों में वृद्धि के लिए बदलते मौसम और लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।
स्थिति
दुनियाभर में क्या है महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस के 67.65 करोड़ मामले दर्ज हो चुके हैं और 68.81 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
10.3 करोड़ मामले और 11.23 लाख मौतों के साथ अमेरिका दुनिया का सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।
अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है। भारत में 4.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और 5.30 लाख लोगों की इसके चलते मौत हुई है।