कोविड वैक्सीन के कारण हुई मौतों के लिए सरकार उत्तरदायी नहीं- केंद्र
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए कहा है कि कोविड वैक्सीन के कारण हुई मौतों के लिए सरकार को उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता।
उसने कहा कि ऐसे मामलों में एकमात्र समाधान सिविल कोर्ट में याचिका दायर कर वैक्सीन निर्माता कंपनी से मुआवजा मांगना है और इसके लिए पर्याप्त कानूनी प्रावधान मौजूद हैं।
वैक्सीन लगवाने के बाद मरी दो महिलाओं के माता-पिता द्वारा दाखिल की गई याचिकाओं के जवाब में सरकार ने ये बातें कही हैं।
हलफनामा
बेहद दुर्लभ है वैक्सीन के कारण मौत- सरकार
पिछले हफ्ते दाखिल किए गए अपने हलफनामे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन के कारण मौत बेहद दुर्लभ है और ऐसे मामलों में उत्तरदायित्व तय करने का दायरा बेहद सीमित है, जिसके कारण मुआवजे के लिए सरकार को उत्तरदायी ठहराना कानूनी रूप से टिकाऊ नहीं होता।
मौतों पर दुख जताते हुए मंत्रालय ने कहा कि केवल एक मामले में वैक्सीनेशन के बाद प्रतिकूल प्रभाव (AEFI) को मौत का कारण पाया गया है।
वैक्सीन से मौत
पिछले साल हुई थी दोनों महिलाओं की मौत
सुप्रीम कोर्ट में जिन माता-पिता ने याचिका दायर की है, उनकी बेटियों की पिछले साल मौत हुई थी।
पहली याचिकाकर्ता रचना गंगू की बेटी को पिछले साल 29 मई को कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खुराक लगी थी और और एक महीने के अंदर 19 जून को उसकी मौत हो गई।
दूसरे याचिकाकर्ता वेणुगोपालन गोविंदन की बेटी को 18 जून, 2021 को कोविशील्ड की पहली खुराक लगी थी और 10 जुलाई को खून के थक्के जमने से उसकी मौत हो गई।
जानकारी
याचिकर्ताकर्ताओं ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी लिखे थे पत्र
याचिकाकर्ताओं ने 14 और 16 जुलाई, 2021 को प्रधानमंत्री कार्यालय को अलग-अलग पत्र भी भेजे थे। उनका दावा है कि उन्हें इनका कोई जवाब नहीं मिला। सरकार का कहना है कि दिसंबर, 2021 और मार्च, 2022 में उनके पत्रों का जवाब दिया जा चुका है।
आंकड़े
कोविड वैक्सीन से AEFI और मौत के कितने मामले सामने आए हैं?
केंद्र सरकार के अनुसार, 19 नवंबर तक देश में कोविड वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव (AEFI) के 92,114 मामले सामने आ चुके थे।
इनमें से 89,332 मामूली AEFI थे, वहीं 2,782 मामलों में मौत जैसे गंभीर AEFI देखने को मिले।
खून के थक्के जमने की समस्या यानि थ्रोम्बोसिस और थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) सबसे खतरनाक और दुर्लभ AEFI रहा।
30 सितंबर तक TTS के 26 मामले आए थे जिनमें से 12 की मौत हो गई।
वैक्सीनेशन
देश में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
भारत में आज सुबह 8 बजे तक कोविड वैक्सीन की लगभग 2.20 अरब खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 53,295 खुराकें लगाई गईं।
देश में 18 साल से अधिक उम्र के 92.20 करोड़ लोग कम से कम एक खुराक लगवा चुके हैं, वहीं 86.48 करोड़ लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।
15 से 18 साल के 5.35 करोड़ और 12 से 14 साल के 3.25 करोड़ बच्चों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।