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जम्मू: मोदी की रैली से पहले हुआ था धमाका, एजेंसियों को ड्रोन से हमले की आशंका
जम्मू: मोदी की रैली से पहले हुआ था धमाका

जम्मू: मोदी की रैली से पहले हुआ था धमाका, एजेंसियों को ड्रोन से हमले की आशंका

Apr 25, 2022
02:39 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जम्मू दौरे पर गए थे। उनकी रैली शुरू होने से पहले कुछ ही दूरी पर एक जोरदार धमाका हुआ था। अब सूत्रों के हवाले से आ रही जानकारी के अनुसार, यह धमाका ड्रोन से गिराए गए IED के कारण हो सकता है। स्थानीय लोगों का दावा है कि उन्होंने जोरदार धमाके से पहले ड्रोन की आवाज सुनी थी। शुरुआत में पुलिस इसे उल्कापिंड या बिजली गिरने से हुआ धमाका मान रही थी।

धमाका

सुरक्षा एजेंसियां हुईं सतर्क

रविवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी की रैली शुरू होने से कुछ समय पहले बिश्नाह इलाके के अंतर्गत ललियान गांव में जोरदार धमाका हुआ था। प्रधानमंत्री के हाई प्रोफाइल दौरे को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। धमाके के पास वाली जगह रह रहे लोगों ने बताया कि जोरदार आवाज के बाद उनके खिड़कियों के शीशे टूट गए और दीवारों में दरार आ गई। विस्फोट से जमीन में गड्ढा भी हो गया था।

बयान

जैश और लश्कर पर शक

इंडिया टुडे ने रक्षा सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस मामले की जांच चल रही है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या यह धमाका ड्रोन से गिराए गए IED के कारण हुआ था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन बेबस हो गए हैं। वो चाहते थे कि प्रधानमंत्री की रैली का आयोजन न हो पाए। इन दोनों आतंकी संगठनों के पास ड्रोन हैं, जिनका उन्होंने इस्तेमाल किया हो।"

जानकारी

सुरक्षा के किए गए थे कड़े इंतजाम

धमाके की जानकारी मिलने पर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली थी और प्रधानमंत्री के स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) को भी इसकी जानकारी दी गई थी। जम्मू की पाली पंचायत में हुई प्रधानमंत्री की रैली को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। रैली स्थल की दूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 10 किलोमीटर थी। संभावित खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सीमा के पास काउंटर ड्रोन तैनात किए थे।

न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)

ड्रोन से पहले भी गिराए जा चुके हैं विस्फोटक

पिछले साल जून में जम्मू के वायुसेना स्टेशन में स्थित हवाई अड्डे पर ड्रोन के जरिये हमला किया गया था। यह पहली बार था, जब पाकिस्तान की तरफ से ऐसे हमलों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। ड्रोन से गिराए गए कम तीव्रता वाले विस्फोटक से एक छत्त को नुकसान पहुंचा था। हमले के पीछे लश्कर का हाथ बताया गया था। इसके बाद कई दिनों तक जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग स्थानों पर ड्रोन देखे गए थे।

परेशानी

ड्रोन के जरिये बढ़ी है हथियारों और ड्रग्स की आपूर्ति

बीते कई महीनों से पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिये हथियारों, हेरोइन और दूसरे नशीली चीजों की आपूर्ति बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर के अलावा पंजाब में ड्रोन से जुड़ी गतिविधियों में इजाफा देखा गया है। इसी साल फरवरी में विधानसभा चुनाव से पहले अमृतसर की अजनाला तहसील में आने वाली पंजग्रहियां सीमा चौकी के पास ड्रोन से नशीले पदार्थ फेंके गए थे। वहीं दिसंबर में BSF ने पंजाब में एक ड्रोन को मार गिराया था।