भारतीय विदेश मंत्री ने चीन के साथ सीमा विवाद की क्या वजह बताई है?
वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के लिए भारत ने चीन को जिम्मेदार ठहराया है। मेलबर्न में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर मीडिया से बात करते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन की तरफ से सीमा पर सैनिकों को इकट्ठा न करने के लिए लिखित समझौते की अवहेलना के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के जमावड़े से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही।
क्वाड बैठक में हुई चीन के मुद्दे पर चर्चा- जयशंकर
जयशंकर ने कहा, "हां, हमने क्वाड में भारत और चीन के संबंधों पर चर्चा की थी क्योंकि यह उस चर्चा का हिस्सा था कि हमारे आस-पड़ोस में क्या हो रहा है। यह एक ऐसा मामला भी है, जिसमें कई देशों के हित जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई बड़ा देश किसी लिखित समझौते की अवहेलना करता है तो यह पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय होता है।
लंबे समय से रिश्तों में जारी है तनाव
गौरतलब है कि पिछले काफी समय से भारत-चीन के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं और पूर्वी लद्दाख में LAC पर दोनों देशों ने भारी सेना इकट्ठी की हुई है। 2020 की शुरुआत से ही पूर्वी लद्दाख में हालात बिगड़ने लगे थे और जून आते-आते स्थिति बेहद खराब हो गई थी, जब गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिक भिड़ गए। इसमें भारत के सैन्य अधिकारी समेत 20 जवान शहीद हुए थे और चीन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
विवाद सुलझाने के लिए चल रही है बातचीत
सीमा विवाद सुलझाने के लिए दोनों देशों की बीच बातचीत चल रही है। अभी तक 14 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन स्थानों को लेकर विवाद अभी भी बना हुआ है। पिछले महीने 14वें दौर की बातचीत हुई थी, जिसमें कोई समझौता नहीं हो सका, लेकिन बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ी थी और दोनों पक्ष जल्द ही दोबारा मिलने पर राजी हुए थे। इससे पहले अक्टूबर में हुई बैठक गतिरोध पर समाप्त हुई थी।
इन क्षेत्रों को लेकर जारी है विवाद
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग, देप्सांग के मैदानी इलाकों और डेमचोक को लेकर विवाद है। देप्सांग के मैदानी इलाकों में चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों को पांच पेट्रोलिंग प्वाइंट तक गश्त से रोक रहे हैं। वहीं डेमचोक में कथित तौर पर कुछ चीनी नागरिकों ने LAC से भारत की तरफ वाले इलाके में टैंट लगाए हुए हैं। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी चीनी सेना के अतिक्रमण की घटनाएं सामने आई हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
क्वाड लोकतांत्रिक व्यवस्था वाले भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया का एक समूह है जिसका मुख्य मकसद हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को कम करना और उसकी दादागीरी को चुनौती देना है। इस समूह की परिकल्पना काफी पुरानी है, लेकिन यह सक्रिय कोरोना महामारी के दौरान चीन की बढ़ती आक्रामकता के बाद हुआ है। इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है।