
कोरोना वायरस: जापान के जहाज पर मिले 61 पीड़ित, भारतीय चालक दल ने मांगी मदद
क्या है खबर?
चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस से 31 देशों में अब तक 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि हजारों पीड़ितों का ईलाज चल रहा है।
वायरस ने जापान के योकोहामा में समुद्र की बीच जहाज पर मौजूद लोगों को भी अपना शिकार बना लिया है।
जहाज पर लगभग 3,700 लोग मौजूद है और अब तक 61 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। 41 लोगों के तो शुक्रवार को ही इसकी पुष्टि हुई है।
अपील
चालक दल में शामिल भारतीय ने प्रधानमंत्री मोदी से की बचाने की अपील
जापान के जहाज डायमंड प्रिंसेज के चालक दल में शामिल पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर निवासी 30 वर्षीय ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम एक वीडियो शेयर किया है।
उन्होंने वीडियो में कहा कि भारत सरकार ने वुहान से लोगों को बचाया है। जहाज पर भी संक्रमण फैल रहा है और वो डरे हुए हैं।
उन्होंने सरकार से उनकी मदद और जापान सरकार से संक्रमितों को अलग करने की अपील की है।
चालक दल
जहाज पर सवार है कुल 138 भारतीय
वीडियो में चालक दल के सदस्य ने बताया कि जहाज पर चालक दल में 132 भारतीय शामिल हैं। इनमें से अभी तक किसी को भी संक्रमण नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि वह जिंदगी की चाहत में नियमों को तोड़कर सीधे मदद की अपील कर रहे हैं। भारत सरकार जब चीन से अपने लोगों को बचा सकती है तो फिर जापान से भी बचाया जा सकता है।
जहाज पर छह भारतीय यात्री भी हैं।
परीक्षण
273 यात्रियों के स्वास्थ्य का किया गया था परीक्षण
जापानी सरकार ने कहा है कि जहाज पर 3,700 से अधिक यात्री हैं। शुक्रवार को आंशिक लक्षण दिखाई देने पर 273 लोगों की जांच की गई थी। इसमें से 41 नए लोगों को कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। प्रभावित लोगों की पहचान के लिए लगातार परीक्षण किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने 25 जनवरी को जहाज पर एक व्यक्ति की मौत के बाद 14 दिन के लिए उसे दूसरी जगहों से दूर रखा है।
संक्रमित
संक्रमितों में छह देशों के 21 नागरिक शामिल
जापान सरकार के अनुसार, शुक्रवार को जांच में संक्रमित पाए गए कुल 41 लोगों में से 21 लोग जापान, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटिना और ब्रिटेन के हैं।
शुरुआत में मिले 20 संक्रमितों को जहाज से उतार लिया गया है। पूरे जहाज पर संक्रमण को फैलने से बचाने के लिए नए संक्रमितों को एक बिना खिड़की वाले कमरे में बंद किया गया है।
उन्हें विशेष परिस्थिति में ही डेक पर जाने और 24 घंटे मास्क पहनने की हिदायत दी गई है।
जानकारी
चालक दल व अन्य लोगों को विशेष कमरे में रखा जा रहा है
जहाज के कप्तान ने कहा कि चालक दल व अन्य अधिकारियों को विशेष कमरे में रखा जा रहा है। उन्हें यात्रियों से अलग रहने, बात करते समय एक मीटर की दूरी रखने, मास्क व गर्म कपड़े पहनने की हिदायत दी गई है।
आश्वासन
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिया जल्द कदम उठाने का आश्वासन
चालक दल में शामिल भारतीय का वीडियो वायरल होने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि पूरे मामले पर बारीकी से गौर किया जा रहा है। कुछ भारतीय यात्री और चालक दल को जहाज से अलग करने का प्रयास किया जा रहा है। दूतावास की ओर से इस संबंध में मजबूत कदम उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि जहाज पर मौजूद किसी भी भारतीय के अभी तक कोरोना से पीड़ित होने की पुष्टि नहीं हुई है।
प्रयास
चालक दल को वापस लाने के किए जा रहे हैं प्रयास
मामले में पश्चिम बंगाल के वन मंत्री राजीब बनर्जी ने कहा कि जहाज पर भारतीय चालक दल के सदस्यों की स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट मिली है। उन्हें चालक दल के सदस्य की सोशल मीडिया पोस्ट की भी जानकारी है। इस मामले में जापान दूतावास से तुरंत कदम उठाने के लिए कहा है।
वीडियो शेयर करने वाले चालक दल के सदस्य की मां ने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उसके बेटे को बचाने की अपील की है।
किल्लत
WHO ने कही मास्क की किल्लत होने की बात
कोरोना वायरस से बचने के लिए दुनियाभर में मास्क की डिमांड 100 प्रतिशत तक बढ़ने के कारण पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को बताया कि दुनिया में कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क, ग्लव्ज आदि की किल्लत बढ़ गई है।
इससे उनकी दरों में भी 20 फीसदी तक इजाफा हो गया है। नेपाल ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन को एक लाख मास्क दिए हैं।
वायरस
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस एक वायरस परिवार है। इससे पीड़ित होने पर जुकाम, सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से मौत तक हो सकती है।
यह वायरस पशुओं के जरिए इंसानों में फैलता है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे संक्रकमित हो जाता है।
अभी तक इसका उपचार नहीं ढूंढा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है।
लक्षण और बचाव
ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव
इस वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले बुखार की शिकायत होती है। उसके बाद खांसी और सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
यह छूने, हाथ मिलाने, खांसने और छींकने से हवा में फैलता है और दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है।
इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखें, बीमार व्यक्ति के पास जाने से बचें, खांसते या छींकते समय मुंह पर मास्क रखें और बीमार होने पर घर से बाहर निकलने से बचें।