भारत-चीन सीमा विवाद: बेनतीजा रही 14वें दौर की बैठक, दोबारा जल्द मिलेंगे दोनों पक्ष
बुधवार को भारत और चीन के बीच हुई कोर कमांडर स्तर की 14वें दौर की बैठक में भी हॉट स्प्रिंग से सेना पीछे हटाने पर सहमति नहीं बन पाई। सूत्रों ने बताया कि बैठक में कोई समझौता नहीं हुआ, लेकिन बातचीत सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है और दोनों पक्ष जल्द ही दोबारा मिलने पर राजी हुए हैं। गुरुवार को जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्ष संपर्क में रहेगे।
गतिरोध पर समाप्त हुई थी पिछली बैठक
इससे पहले अक्टूबर में हुई बैठक गतिरोध पर समाप्त हुई थी और दोनों पक्षों ने अलग-अलग बयान जारी कर एक-दूसरे को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। वहीं गुरुवार को जारी हुए संयुक्त बयान में कहा गया कि बैठक में दोनों पक्षों के सैन्य और विदेश मामलों के प्रतिनिधि मौजूद थे और उन्होंने पश्चिमी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से जुड़े मुद्दों पर चल रहे विवादों के समाधान के लिए खुली और विस्तृत चर्चा की।
14वें दौर की बैठक में क्या सहमति बनी?
14वें दौर की बैठक में भारत और चीन इस बात पर सहमत हुए हैं कि वो अब तक बातचीत से निकले नतीजों पर काम करेंगे और पश्चिमी क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के प्रयास करेंगे। साथ ही दोनों पक्ष संपर्क में रहेंगे और जल्द से जल्द विवादित मुद्दों का हल निकालने के लिए बातचीत करते रहेंगे। इसी संदर्भ में कोर कमांडर स्तर की अगले दौर की बातचीत जल्द से जल्द होगी।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने किया भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व
चुसुल-मोल्डो सीमा से चीन की तरफ हुई बैठक में भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता कर रहे थे, जिन्होंने पिछले हफ्ते लेह स्थित 15 कोर की कमान संभाली थी। वहीं चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल येंग लिन कर रहे थे। यह पहली बार था, जब दोनों पक्षों की तरफ से दो अधिकारी प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व कर रहे थे। दोनों ही प्रतिनिधिमंडलों में विदेश मंत्रालयों के अधिकारी भी शामिल थे।
हॉट स्प्रिंग के बाद आगे बढ़ेगी बात- जनरल नरवणे
इससे पहले बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने हॉट स्प्रिंग पर चल रहे विवाद के सुलझने की उम्मीद व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था, "इसका समाधान होने के बाद हम पहले से चले आ रहे मुद्दों की तरफ बढ़ेंगे। हमें उम्मीद है कि इनका भी समाधान हो जाएगा।" जनरल नरवणे ने कहा था कि कई जगहों पर सैनिक पीछे हटे हैं, लेकिन अभी तक खतरा किसी भी तरीके से कम नहीं हुआ है।
इन क्षेत्रों में जारी है विवाद
हॉट स्प्रिंग के अलावा देप्सांग के मैदानी इलाकों और डेमचोक को लेकर विवाद है। देप्सांग के मैदानी इलाकों में चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों को पांच पेट्रोलिंग प्वाइंट तक गश्त से रोक रहे हैं। वहीं डेमचोक में कथित तौर पर कुछ चीनी नागरिकों ने LAC से भारत की तरफ वाले इलाके में टैंट लगाए हुए हैं। सेना प्रमुख ने बातचीत को अच्छा तरीका बताते हुए कहा कि मुद्दों के समाधान के लिए कई दौर की बैठकों की जरूरत पड़ेगी।