NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / देपसांग इलाके में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा चीन; भारत के लिए कितना बड़ा खतरा?
    अगली खबर
    देपसांग इलाके में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा चीन; भारत के लिए कितना बड़ा खतरा?

    देपसांग इलाके में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा चीन; भारत के लिए कितना बड़ा खतरा?

    लेखन मुकुल तोमर
    Mar 03, 2021
    08:02 pm

    क्या है खबर?

    पैंगोंग झील इलाके में सेनाओं के पीछे हटने के बाद बनी तनाव घटने की उम्मीदों को चीन ने बड़ा झटका दिया है और वह अभी भी रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण देपसांग में अपनी स्थिति मजबूत करने में लगा हुआ है। चीन ने यहां भारतीय क्षेत्र में कुछ बड़े निर्माण भी किए हैं।

    आइए आपको देपसांग इलाके की रणनीतिक अहमियत बताते हुए समझाते हैं कि क्यों यहां चीन की उपस्थिति भारत के लिए एक बड़ा खतरा है।

    लोकेशन

    सबसे पहले जानें कहां स्थित है देपसांग

    पूर्वी लद्दाख में 16,400 फुट की ऊंचाई पर स्थित देपसांग गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग और गोगरा आदि महत्वपूर्ण जगहों के ऊपर यानि उत्तर में स्थित है। इसका कुछ हिस्सा लद्दाख में है, वहीं कुछ हिस्सा चीन के कब्जे वाले अक्साई चिन में।

    जिस इलाके में देपसांग आता है, भारतीय सेना उसे सब-सेक्टर नॉर्थ (SSN) कहती है। यह पूरे इलाके में एकमात्र बड़ा मैदानी इलाका है और यहां पर आसानी से टैंक भी तैनात किए जा सकते हैं।

    रणनीतिक महत्व

    रणनीतिक तौर पर क्यों इतना महत्वपूर्ण है देपसांग?

    देपसांग का रणनीतिक महत्व इसके भौगोलिक स्थिति से पैदा होता है। इसके उत्तर में 18,000 फुट की ऊंचाई पर काराकोरम पास और पूर्व में अक्साई चिन स्थिति है और यह इन दोनों इलाकों के बीच में पड़ता है।

    काराकोरम में भारत के लद्दाख और चीन के जिनजियांग प्रांत की सीमाएं लगती हैं और जिनजियांग से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) जाने वाला चीन का हाईवे इसके पास से गुजरता है।

    काराकोरम में ही भारत के कब्जे वाला सियाचिन ग्लेशियर स्थित है।

    जानकारी

    बेहद महत्वपूर्ण है सियाचिन

    सियाचिन की चोटियों पर कब्जे के कारण भारतीय सेना पाकिस्तान और चीन दोनों पर नजर रख पाती है और काराकोरम पास पर उसका प्रभुत्व बना रहता है। सियाचिन पर भारतीय अधिकार के कारण चीन का जिनजियांग प्रांत और PoK आपस में नहीं मिल पाते हैं।

    DBO हवाई पट्टी

    देपसांग में ही दौलत बेग ओल्डी का महत्वपूर्ण इलाका स्थित

    काराकोरम पास के पास देपसांग में दौलत बेग ओल्डी (DBO) भी स्थित है, जहां भारत की अंतिम पोस्ट है।

    भारत ने जहां हवाई पट्टी भी बना रखी है जो दुनिया की सबसे ऊंची हवाई पट्टी है। यह किसी भी संघर्ष या लड़ाई की स्थिति में भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

    इसके अलावा भारत ने लेह के दुरबुक से DBO तक एक सड़क भी बना रखी है जो काराकोरम पास को सीधे लेह से जोड़ती है।

    खतरा

    देपसांग में चीनी प्रभुत्व से भारत को क्या खतरा?

    देपसांग में चीनी प्रभुत्व का मतलब है कि एक ही झटके में काराकोरम पास, सियाचिन और DBO पर भारत का नियंत्रण खतरे में आ जाएगा।

    जरूरत पड़ने पर चीन सियाचिन में तैनात भारतीय सैनिकों को पूरी तरह से काट सकता है। इसके अलावा वह DBO की सड़क को नुकसान पहुंचा कर DBO को भी काट सकता है। DBO के भारत के हाथ से जाने के बाद भारत के लिए काराकोरम पास और सियाचिन पर नियंत्रण बनाए रखना असंभव होगा।

    अन्य खतरा

    देपसांग पर कब्जे से चीन के लिए लद्दाख में घुसना होगा आसान

    इसके अलावा अगर चीन अक्साई चिन से लद्दाख में घुसने की कोशिश करता है तो देपसांग से ऐसा करना उसके लिए सबसे आसान होगा।

    इन्हीं सब कारणों से भारत देपसांग को चीन के कब्जे में नहीं जाने दे सकता और चीनी सैनिकों की वापसी उसके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हालांकि, इलाके में अपनी स्थिति मजबूत करके चीन ने साफ कर दिया है कि वह पीछे हटने के मूड में नहीं है और यह भारत के लिए चिता का विषय है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत-चीन सीमा
    लद्दाख
    वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)

    ताज़ा खबरें

    कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 5,561 श्रद्धालुओं ने किया था आवेदन, सिर्फ 750 का हुआ चयन कैलाश मानसरोवर यात्रा
    टी-20 क्रिकेट: एक कैलेंडर वर्ष में इन बल्लेबाजों ने बनाए हैं सबसे ज्यादा रन  टी-20 क्रिकेट
    रितेश देशमुख की 'राजा शिवाजी' की रिलीज तारीख का ऐलान, पहला पोस्टर आया सामने रितेश देशमुख
    शेयर बाजार में आज भी बढ़त, सेंसेक्स 410 अंक चढ़कर हुआ बंद  शेयर बाजार समाचार

    भारत-चीन सीमा

    अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप बोले- भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर अच्छे मूड में नहीं हैं प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी
    भारत-चीन सीमा विवाद: चीन ने खारिज की अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की मध्यस्थता करने की पेशकश चीन समाचार
    भारत-चीन सीमा विवाद पर अमेरिका ने कहा- सत्तावादी देश की तरह व्यवहार कर रहा चीन डोनाल्ड ट्रंप
    भारत-चीन तनाव: सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री समेत बड़े नेताओं ने कही ये बातें नरेंद्र मोदी

    लद्दाख

    चीन की मदद से बहाल हो सकता है जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा- फारूक अब्दुल्ला चीन समाचार
    अटल सुरंग से सोनिया गांधी के नाम वाली शिलान्यास पट्टिका गायब, कांग्रेस की आंदोलन की धमकी चीन समाचार
    लद्दाख: भारतीय इलाके में आए चीनी सैनिक को सेना ने हिरासत में लिया, वापस भेजा जाएगा भारत की खबरें
    हिरासत में लिए गए चीनी सैनिक को भारत ने वापस सौंपा, भटक गया था रास्ता चीन समाचार

    वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)

    संघर्ष या समाधान, किसी भी तरफ जा सकता है भारत-चीन सीमा विवाद- सरकारी सूत्र चीन समाचार
    लद्दाख में सीमा पर उच्चतम स्तर का अलर्ट, LAC के पार नजर आ रहे चीनी टैंक चीन समाचार
    भारत-चीन सीमा विवाद: पिछले चार महीने में क्या-क्या हुआ और अभी कहां क्या स्थिति है? चीन समाचार
    सीमा विवाद: विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत-चीन के बीच बनी पांच बिंदुओं पर सहमति चीन समाचार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025