देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का प्रकोप, हजारों पक्षियों की मौत
देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू से संक्रमण के मामले सामने आए हैं और इसके कारण हजारों पक्षियों की मौत हो गई है। पहले केरल में इसकी वजह से लगभग 12,000 बत्तखों की मौत हुई और अब हिमाचल प्रदेश ने भी कांगड़ा स्थित पोंग बांध झील में 2,300 से अधिक पक्षियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू को बताया है। इसके अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी इसकी वजह से पक्षियों की मौत हुई है।
एवियन इंफ्लूएंजा से संक्रमित थे हिमाचल में मृत पाए गए पक्षी
हिमाचल प्रदेश की पोंग झील में मृत पाए गए 2,300 प्रवासी पक्षियों की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि करते हुए धर्मशाला की मुख्य वन संरक्षक उपासना पटियाल ने कहा कि मृत पक्षियों को एवियन इंफ्लूएंजा से संक्रमित पाया गया है। बीमारी को इंसानों में फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने कांगड़ा के फतेहपुर, देहरा, जवाली और इंदौरा में पक्षियों, मुर्गियों और मछलियों और इनके संबंधित उत्पादों की खरीद, बिक्री और बूचड़खानों पर रोक लगा दी है।
केरल में 12,000 बत्तखों की मौत, हजारों पक्षियों को मारा जाएगा
इससे पहले पिछले हफ्ते केरल के कोट्टायम और अलप्पुझा जिलों में भी बर्ड फ्लू की वजह से 12,000 बत्तखों की मौत हुई थी और इसे इंसानों में फैलने से रोकने के लिए हजारों अन्य पक्षियों को मारा जाएगा। राज्य के वन, वन्यजीव और पशुपालन मंत्री के राजू ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारियों को प्रभावित इलाकों के एक किलोमीटर के अंदर आने वाले सभी पक्षियों को मारने का आदेश जारी किया गया है।
बीमारी रोकने के लिए 36,000 पक्षियों को मारना पड़ेगा- राजू
राजू ने कहा कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए लगभग 36,000 बत्तखों, मुर्गियों और अन्य पक्षियों को मारना पड़ेगा। इनमें से सबसे अधिक 34,602 पक्षी कुट्टनाड में मारे जाएंगे। ये अलप्पुझा में बीते सात साल में बर्ड फ्लू का तीसरा प्रकोप है।
राजस्थान में भी 522 पक्षियों की मौत
केरल और हिमाचल के अलावा राजस्थान में भी सोमवार तक बर्ड फ्लू से 522 कौओं और बगुलों की मौत हो चुकी है। मारे गए पक्षियों में 391 कौए हैं और राजधानी जयपुर में सबसे अधिक 36 कौओं की मौत हुई है। इसके अलावा कोटा और बारां में 12-12, बिकानेर में 11 और झालावाड़ में दो पक्षियों की मौत हुई है। वहीं दौसा में दो बगुला और चार कौओं और जोधपुर में एक बगुला और चार कौओं की मौत हुई है।
इंदौर में भी 162 पक्षियों की मौत, अलर्ट जारी
मध्य प्रदेश के इंदौर में भी 160 कौओं और दो बगुलों की H5N8 एवियन इंफ्लूएंजा की वजह से मौत हुई है और राज्य में इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है। सभी जिलों के पशुपालन विभाग अधिकारियों को सतर्क रहने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन करने को कहा गया है। राज्य में अभी तक मुर्गियों में बर्ड फ्लू का संक्रमण फैलने का कोई सबूत नहीं मिला है।
पंजाब और झारखंड में भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट
पंजाब के पठानकोट और झारखंड के सभी 24 जिलों में भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। पठानकोट में पशुपालन विभाग ने मुर्गियों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए बचाव के कदम उठाना शुरू कर दिया है और मुर्गी पालनघरों से सैंपल लेकर उनकी जांच की जा रही है। वहीं हरियाणा के बरवाला में भी लगभग 1.5 लाख मुर्गियों की मौत को लेकर संदेह बना हुआ है और उनके सैंपल जांच को भेजे गए हैं।
क्या है बर्ड फ्लू और इंसानों के लिए ये कितना खतरनाक?
एवियन इंफ्लूएंजा यानि बर्ड फ्लू पक्षियों में फैलने वाल वायरल संक्रमण है और H5N1 वायरस से फैलने वाला बर्ड फ्लू इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। संक्रमित मुर्गियों या पक्षियों के बेहद निकट रहने से ये वायरस इंसान में फैलता है और सांस लेने में दिक्कत, उल्टी और बुखार आदि इसके लक्षण हैं। एंटी-वायरल से इसका इलाज किया जा सकता है, हालांकि इलाज में देरी पर इंसान की मौत भी हो सकती है।