संदेशखाली हिंसा: सुप्रीम कोर्ट का CBI को जांच सौंपने के फैसले पर रोक लगाने से इनकार
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल सरकार को संदेशखाली हिंसा मामले में बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने के कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और इससे संबंधित बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी।
हालांकि, कोर्ट ने राज्य सरकार और पुलिस के रवैये पर हाई कोर्ट की तल्ख टिप्पणी को सुनवाई से हटा दिया।
न्यायाधीश बीआर गवई और संदीप मेहता की पीठ ने ये फैसला सुनाया।
मामला
क्या है मामला?
5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता शाहजहां शेख के संदेशखाली स्थित आवास पर पहुंची थी।
इस दौरान उनके समर्थकों ने टीम पर हमला कर दिया, जिसमें अधिकारी घायल हुए।
पहले कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की जांच के लिए राज्य पुलिस और CBI के विशेष जांच दल (CBI) के गठन का निर्देश दिया, लेकिन बाद में उसने पूरी जांच CBI को सौंप दी।
कारण
हाई कोर्ट ने क्यों CBI को सौंपी है जांच?
कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैये और आरोपी शाहजहां शेख के राजनीतिक प्रभुत्व को देखते हुए मामले को CBI को सौंपने को आदेश दिया था।
उसने कहा था, "राज्य पुलिस पूरी तरह से पक्षपाती है और 50 दिनों से अधिक समय से फरार आरोपी को बचाने के लिए जांच में देरी करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।"
बंगाल सरकार ने इसी टिप्पणी को चुनौती दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया।
जांच
बंगाल में बड़े विवाद के केंद्र में बने हुए हैं शाहजहां शेख
बता दें कि शाहजहां शेख इस समय बंगाल की राजनीति में एक बड़े विवाद का केंद्र बने हुए हैं।
दरअसल, संदेशखाली की कई महिलाओं ने शेख और उसके साथियों पर उनका यौन उत्पीड़न करने और उनकी जमीन हथियाने का आरोप लगाया है।
मामले में भाजपा सत्तारूढ़ TMC पर हमलावर है और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साध चुके हैं।
जवाब में ममता ने भी मणिपुर हिंसा आदि को लेकर मोदी पर निशाना साधा।
जानकारी
अभी CBI की हिरासत में है शेख
अभी शाहजहां शेख CBI की हिरासत में हैं। उसे 29 फरवरी को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन हाई कोर्ट ने उसे CBI को सौंपने का आदेश दिया। कोर्ट के दोबारा आदेश देने पर बंगाल पुलिस ने ऐसा किया।
परिचय
कौन है शाहजहां शेख?
शाहजहां शेख संदेशखाली में 'भाई' के नाम से भी जाने जाते हैं। पहले वह मछली पालन और ईंट के भट्टे में करते थे।
साल 2004 में वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) से जुड़ाे। 2010 में उन्होंने मुकुल रॉय और ज्योतिप्रियो मलिक जैसे दिग्गज TMC नेताओं से नजदीकियां बढ़ाईं और TMC में शामिल हो गए।
समय के साथ उनका कद बढ़ा और वह उत्तर 24 परगना जिले की जिला परिषद के अध्यक्ष भी रहे।