कोरोना वायरस: टेस्ट करने में पिछड़ा भारत, 10 लाख लोगों पर किए महज 32 टेस्ट
कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तांडव मचा रहा है। प्रतिदिन बड़ी तेजी से इसके संक्रमितों और मृतकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से अधिक से अधिक टेस्ट पर जोर देने के बाद सभी देश लगातार टेस्ट कर संक्रमितों को चिह्नित कर रहे हैं। इसके उलट भारत में टेस्टिंग की रफ्तार बहुत धीमी है। यही एक कारण है कि अभी तक भारत में संक्रमितों की संख्या में अधिक वृदि्ध नहीं दिखी है।
भारत में 10 लाख लोगों में से मात्र 32 का टेस्ट
परीक्षण डाटा विश्लेषण वेबसाइट ourworldindata.org के अनुसार, भारत में 30 मार्च तक कुल 38,442 लोगों का टेस्ट किया गया है। इसके हिसाब से यहां प्रति 10 लाख लोगों में 32 का परीक्षण हुआ है। इसी तरह यह दर प्रत्येक 34,000 लोगों पर एक टेस्ट को दर्शाती है। इसके उलट जर्मनी में सबसे ज्यादा 5 लाख लोगों का टेस्ट किया गया है। यहां 63,000 मामले सामने आए हैं, लेकिन मौत 0.9 प्रतिशत की दर से 560 लोगों की हुई है।
अमेरिका और ब्रिटेन में भी जमकर हो रहे परीक्षण
वेबसाइट के डाटा के अनुसार 30 मार्च तक अमेरिका में कुल 8.51 लाख लोगों का टेस्ट किया गया है। यह आंकड़ा प्रत्येक 10 लाख लोगों पर 2,600 का है। इसी तरह ब्रिटेन में प्रत्येक 10 लाख पर 1,921 के टेस्ट के हिसाब से कुल 1.27 लाख लोगों का टेस्ट किया गया है। इस हिसाब से भारत में किए गए कुल टेस्ट ब्रिटेन का 60वां हिस्सा, अमेरिका का 82वां और दक्षिण कोरिया का 241वां हिस्सा है।
दक्षिण कोरिया में 10 लाख लोगों में से हुआ 4,000 का परीक्षण
बता दें कि वर्तमान में सबसे ज्यादा कोरोना परीक्षण दक्षिण कोरिया में किया जा रहा है। यहां प्रत्येक 10 लाख लोगों में से 4,000 का परीक्षण किया जा रहा है। यही कारण है कि यहां मौत की दर अन्य देशों की तुलना में कम है।
केरल में किए गए सबसे ज्यादा टेस्ट
भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट केरल में 7,000 लोगों के किए गए हैं, जहां 234 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हुई है। देश में राज्यवार प्रत्येक 10 लाख लोगों पर किए गए टेस्ट की बात की जाए तो केरल में 200.3 लोगों का परीक्षण किया गया है। इसी तरह पश्चिम बंगाल में 5.3, मध्य प्रदेश में 8.3, राजस्थान में 5.95 और उत्तर प्रदेश में 12.2 लोगों के टेस्ट किए गए हैं। यह संख्या आवश्यकता के अनुसार बहुत कम है।
अन्य राज्यों में 20 मार्च के बाद शुरू किए गए परीक्षण
राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार केरल और महाराष्ट्र में फरवरी से टेस्ट चल रहे हैं। इससे वहां संख्या अधिक है, लेकिन अन्य राज्यों में टेस्ट की शुरुआत 20 मार्च के बाद हुई थी। इससे इन राज्यों में अभी तक कम टेस्ट किए गए हैं।
जांच की किट की कमी के कारण पर्याप्त मात्रा में नहीं हो पा रहे परीक्षण
भारत में 127 सरकारी प्रयोगशालाओं के बाद 47 निजी प्रयोगशालाओं को भी टेस्ट की अनुमति देने के बाद भी कम टेस्ट के पीछे जांच किट की उपलब्धता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। निजी प्रयोगशाला में शामिल डांग लैब्स के डॉ नवीन डांग ने बताया कि कम टेस्ट के पीछे जांच किट की कमी बड़ा कारण है। इसके बाद भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा टेस्ट किटों के लिए अव्यावहारिक मानक निर्धारित करने की बात सामने आई है।
देश में अब तक मात्र चार टेस्टिंग किट को मिली है मंजूरी
बता दें कि देश में विभिन्न लैब्स ने कोरोना की जांच के 17 कमर्शियल टेस्टिंग किटों को स्वीकृति के लिए ICMR के पास भेजा था, लेकिन अव्यावहारिक मानकों के चलते अब तक महज चार टेस्टिंग किट को ही मंजूरी मिल सकी है।
ICMR ने कही संदिग्ध मरीजों के टेस्ट करने की बात
कॉन्फेडरेशन ऑफ़ एशिया एंड ओशिनिया (CMAAO) के प्रमुख डॉ केके अग्रवाल ने बताया कि ICMR ने संदिग्ध लक्षण वाले मरीजों का टेस्ट करने की बात कही है। यदि अन्य लोगों का भी टेस्ट किया जाता तो केरल और महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या और बढ़ सकती है। ICMR के आर गंगाखेडकर ने कहा कि पूरी आबादी का टेस्ट नहीं किया जा सकता। स्वीकृत प्रयोगशालाओं की 30% क्षमता का ही उपयोग हुआ है और देश में पर्याप्त जांच किट उपलब्ध हैं।
भारत में टेस्ट के लिए यह है गाइडलाइन
देश में परीक्षण के लिए गाइडलाइन निर्धारित है। वर्तमान में देश में कोरोना संक्रमितों का उपचार करने वाले चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी, विदेश यात्रा कर लौटे लोग तथा संक्रमितों के साथ यात्रा करने और संपर्क में रहे लोगों का टेस्ट किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कही व्यापक परीक्षण की बात
भारत में कम टेस्ट को लेकर कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने व्यापक टेस्ट की बात कही है। कोलकाता के इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुमन पोद्दार ने कहा कि सरकार को अधिक से अधिक लोगों के टेस्ट के लिए रैपिड स्क्रीनिंग टेस्ट कराना चाहिए। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने भी प्रवासी श्रमिकों सहित अधिक से अधिक लोगों के टेस्ट की बात कही है।
भारत में 1,251 पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार मंगलवार तक देश में संक्रमितों की संख्या 1,251 पहुंच चुकी है। सोमवार को चार नई मौत के साथ मौतों का आंकड़ा भी 32 पर पहुंच गया है। देश में पिछले 24 घंटों में 227 नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा अब तक कुल 99 मरीजों को पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। केरल में 234 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।