लॉकडाउन: दूध लेने बाहर निकले शख्स की पुलिस की पिटाई के बाद मौत
कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है। कई इलाकों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस सख्ती बरत रही है। ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल से सामने आया है, जहां पुलिस की पिटाई के बाद एक 32 वर्षीय शख्स की मौत हो गई। यह घटना राज्य के हावड़ा की है। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
परिवार ने लगाया पुलिस पर पिटाई का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक, दूध लेने अपने घर से निकले शख्स की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की थी। इलाज के दौरान उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि पिटाई के कारण इस शख्स की मौत हुई है। मृतक की पहचान हावड़ा निवासी लाल स्वामी के रूप में हुई है। उनकी पत्नी ने कहा कि पुलिस गली में जमा भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर रही थी, तभी उनको चोट लगी।
पुलिस ने आरोपों का किया खंडन
बताया जा रहा है कि पिटाई के बाद स्वामी को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों से खंडन करते हुए कहा कि स्वामी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है और वो पहले से ही दिल की बीमारियों से पीड़ित थे। बता दें कि राज्य में अब तक 10 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और एक व्यक्ति की इसके कारण मौत हुई है।
बिना विदेश यात्रा के संक्रमित पाया गया 66 वर्षीय शख्स
राज्य में एक 66 वर्षीय शख्स को इस वायरस से संक्रमित पाया गया था। नयाबाद के रहने वाले इस शख्स के देश या राज्य से बाहर यात्रा करने का कोई रिकॉर्ड नहीं है। उसने हाल में मिदनापुर में एक विवाह समारोह में शिरकत थी। माना जा रहा है कि वह वहां किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया होगा। गौरतलब है कि सरकार ने संक्रमण से फैलने से रोकने के लिए 21 दिनों तक लॉकडाउन का ऐलान किया है।
सोनिया गांधी ने किया लॉकडाउन का समर्थन
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने भी 21 दिनों के लॉकडाउन का समर्थन किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर अपना समर्थन जताते हुए मांग की सरकार डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करें।