'मन की बात' में प्रधानमंत्री मोदी ने की लॉकडाउन का पालन करने की मांग
कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को 'मन की बात' की। 'मन की बात' के इस अंक में प्रधानमंत्री मोदी विशेष तौर से कोरोना वायरस पर बात कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत में लोगों को लॉकडाउन की वजह से हो रही असुविधाओं के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि इस महामारी का संक्रमण रोकने के लिए कोई और तरीका नहीं था। इसलिए सरकार को लॉकडाउन जैसा कदम उठाना पड़ा।
लॉकडाउन का पालन करने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस किसी देश की सीमाओं में नहीं बंधा है। यह वायरस इंसान को समाप्त करने की जिद्द लेकर बैठा है। पूरी मानव जाति को मिलकर इसके खिलाफ लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग स्थिति की गंभीरता नहीं समझ रहे हैं। इसलिए वो लॉकडाउन तोड़ रहे हैं। जो लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं उनके लिए कोरोना वायरस से बचना मुश्किल हो जाएगा।
कोरोना वायरस से ठीक हुए लोगों से की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे हमारे फ्रंटलाइन सोल्जर से हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ से हमें सीखने की जरूरत है। कोरोना वायरस को हराने वाले साथियों से हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है।" इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उन लोगों से बात की, जो कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतकर स्वस्थ हुए हैं। प्रधानमंत्री ने लोगों से इन लोगों से सबक लेने की मांग की।
नियमों का पालन जरूरी- मोदी
'मन की बात' में प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ डॉक्टरों से भी बात की। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के प्रयासों के कारण भारत कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जरूर कामयाब होगा। उन्होंने कहा कि इस वायरस के संक्रमित लोगों की संख्या अचानक बढ़ती है। भारत में यह स्थिति न आए, इसके लिए लोगों को नियमों का पालन करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की खिलाफ जंग में लगे डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों पर देश को नाज है।
भारत में कोरोना वायरस से 25 लोगों की मौत
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 29 मार्च सुबह 10 बजे तक भारत में 979 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 867 लोगों का इलाज चल रहा है और 25 लोगों की मौत हुई है।
इमोशनल डिस्टैंसिंग की नहीं, सोशल डिस्टैंसिंग की जरूरत- मोदी
मोदी ने कहा कि कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जहां क्वारंटीन में रखे गए लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। यह सही नहीं है। उनके साथ सहयोग करने की आवश्यकता है। ये लोग वायरस को फैलने से रोकने में सहयोग कर रहे हैं। मोदी ने इस दौरान लोगों से सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने की मांग करते हुए कहा कि क्वारंटीन में रखे गए लोगों से इमोशनल डिस्टैंसिंग करने की जरूरत नहीं है।
देश यह जंग जरूर जीतेगा- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देशवासी घरों में बंद हैं, लेकिन आने वाले समय में यही लोग देश के विकास के लिए आगे आएंगे। देश यह जंग जीतेगा और जरूर जीतेगा।