मणिपुर: महिलाओं के विरोध के बाद असम राइफल्स को चेकपोस्ट से हटाया गया, CRPF संभालेगी मोर्चा
क्या है खबर?
मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के बीच सुरक्षा बलों की तैनाती में एक बड़ा बदलाव हुआ है। यहां हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में महिलाओं के प्रदर्शन के बाद असम राइफल्स के जवानों को हटाने के आदेश जारी हुए हैं।
महिलाओं ने घाटी के कई इलाकों से असम राइफल्स को हटाने की मांग की थी। इसके बाद एक चेकपोस्ट से असम राइफल्स को हटाकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को तैनात किया गया है।
आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।
क्या है मामला?
क्या है मामला?
मैतेई महिलाओं के समूह मीरा पैबी ने सोमवार को मणिपुर घाटी के 5 जिलों में असम राइफल्स के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि अर्धसैनिक बल ने मैतेई लोगों पर अत्याचार किया है।
इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग से असम राइफल्स को हटाने की मांग करते हुए सैकड़ों महिलाओं ने तख्तियां और बैनर लेकर प्रदर्शन किया था।
इसके बाद बिष्णुपुर जिले के मोइरांग लमखाई स्थित चेकपोस्ट पर CRPF को तैनात किया गया है।
आदेश
मणिपुर पुलिस महानिदेशक ने जारी किये आदेश
मणिपुर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) ने सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर यह आदेश जारी किया है।
इस आदेश में कहा गया है कि मणिपुर पुलिस और CRPF इकाइयां बिष्णुपुर-कांगवई रोड के साथ चेकपोस्ट पर तत्काल प्रभाव से असम राइफल्स की जगह लेंगी।
बता दें कि पिछले 3 महीनों में असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक के कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आए हैं।
हत्या
बिष्णुपुर में एक परिवार के 3 लोगों की हुई थी हत्या
5 अगस्त को बिष्णुपुर में मैतेई समुदाय के एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कुकी समुदाय के घरों में आग लगा दी गई।
दरअसल, सुरक्षा बलों ने बिष्णुपुर और आसपास के इलाके में बफर जोन बनाए हुए हैं। इन्हीं बफर जोन में घुसकर कुछ लोगों ने हत्या को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है।
मणिपुर में केंद्रीय सुरक्षा बलों की करीब 130 कंपनियां तैनात हैं।
हिंसा
मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की मौत
3 मई को मणिपुर में कुकी समुदाय ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने के खिलाफ एकजुटता मार्च निकाला था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी।
मणिपुर हिंसा में 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 6,000 से ज्यादा FIR दर्ज की गई है, हजारों लोग बेघर हो चुके हैं और 30 लोग महीनों से लापता हैं।
मामले को लेकर आज संसद में विपक्ष द्वारा लाए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी हैं।