मणिपुर हिंसा: बिष्णुपुर में एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या, कई घर जलाए गए
मणिपुर में जारी हिंसा का दौरा थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबर है कि कल देर रात बिष्णुपुर जिले में एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या कर दी गई और कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया। इससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया है। आज सुबह से ही बिष्णुपुर के क्वाक्टा में फायरिंग और बमबारी हो रही है। सुरक्षाबल भी जवाबी कार्रवाई में लगे हुए हैं।
कैसे भड़की हिंसा?
बता दें कि सुरक्षा बलों ने बिष्णुपुर और आसपास के इलाके में बफर जोन बनाए हैं। इन्हीं बफर जोन में घुसकर कुछ लोगों ने परिवार पर फायरिंग कर 3 लोगों की हत्या कर दी। कुकी समुदाय के लोगों के घरों में आग भी लगा दी गई। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल कुकी बहुल पहाड़ी इलाकों से गोलीबारी, बम और ड्रोन से हमला किया जा रहा है। मौके पर मणिपुर पुलिस और अन्य बलों के जवान मौजूद हैं।
गुरुवार को हथियार लूट ले गए थे उपद्रवी
गुरुवार को बिष्णुपुर जिले के ही नारानसेना में भीड़ ने इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) के एक शिविर पर हमला कर दिया था। करीब 40 वाहनों में सवार होकर आई 500 लोगों की भीड़ ने शिविर से असॉल्ट राइफल, मोर्टार और गोला-बारूद समेत भारी मात्रा में हथियारों को लूट लिया था। भीड़ ने संतरी और क्वार्टर गार्ड को बंधक भी बना लिया था। इससे एक दिन पहले सुरक्षाबलों से झड़प में 17 लोग घायल हो गए थे।
हिंसा की शुरुआत से अब तक 4,000 हथियारों की लूट
3 मई को मणिपुर हिंसा की शुरुआत के बाद से उपद्रवी राज्य में अलग-अलग पुलिस स्टेशनों और शस्त्रागारों पर हमला कर करीब 4,000 हथियार और 5 लाख राउंड गोला-बारूद लूट चुके हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, पिछले महीने के अंत तक सुरक्षा बल छापेमारी के दौरान करीब 1,000 हथियार ही वापस बरामद कर पाए थे। बता दें कि उपद्रवी लूटे हुए हथियारों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हिंसा फैलाने के लिए कर रहे हैं।
मणिपुर में 160 से ज्यादा लोगों की मौत
मणिपुर में 3 मई को कुकी समुदाय ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने के खिलाफ एकजुटता मार्च निकाला था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। मणिपुर हिंसा में 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 6,000 से ज्यादा FIR दर्ज की गई है, हजारों लोग बेघर हो चुके हैं और 30 लोग महीनों से लापता हैं। मामले को लेकर संसद में भी खूब हंगामा हो रहा है।